धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में लॉकडाउन की पालना करते हुए सूक्षम रूप में मनाया गया भगवान परशुराम जन्म महोत्सव।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 94161-91877
कुरुक्षेत्र :- धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में आज लॉकडाउन की पालना करते हुए भगवान परशुराम जी का जन्म महोत्सव नगर के गणमान्यजनों द्वारा सूक्षम रूप में मनाया गया। वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन के जिला कुरुक्षेत्र अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने बताया कि वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया अक्षय तृतीया कहलाती है । इस दिन भगवान परशुराम जी का जन्म हुआ था । भगवान परशुराम जी अजर- अमर है । कुरुक्षेत्र शहर में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए भगवान परशुराम जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया l कुरुक्षेत्र के रेलवे रोड स्थित भगवान परशुराम चोंक पर स्थित भगवान परशुराम ग्रंथ प्रतिमा पर शहर के प्रतिष्ठित ब्राह्मणों के द्वारा भगवान परशुराम ग्रंथ को श्रद्धापूर्वक पुष्प अर्पित किए गए l
इसके अतिरिक्त हरियाणा ब्राह्मण धर्मशाला एवं छात्रावास में भी भगवान परशुराम जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया । हरियाणा ब्राह्मण सभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री पवन शर्मा पहलवान ने कहा हम सब का कर्तव्य है कि हम भगवान परशुराम के दिखाए गए सब मार्ग पर चलें और इस दुख की घड़ी में एक दूसरे का साथ दें। सारस्वत ब्राह्मण धर्मशाला कुरुक्षेत्र ने भी प्रातः हवन , यज्ञ और आरती के माध्यम से भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया। सारस्वत ब्राह्मण धर्मशाला के प्रधान श्री महिपाल शर्मा ने कहा कि किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए आज का दिन अति उत्तम है क्योंकि आज स्वयं सिद्ध मुहूर्त है। श्री प्रयाग राज शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम केवल ब्राह्मणों के भगवान नहीं है वह समस्त मानवजाति के भगवान है और भगवान विष्णु के छठे अवतार है ।जब- जब इस पृथ्वी पर विपदा आई है उन्होंने इस विपदा को दूर किया है।
राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद संत प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक ने देश वासियों को अक्षय तृतीया व राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर बधाई दी इस अवसर पर श्री प्रयागराज शर्मा, श्री अमित शर्मा, श्री सुभाष शर्मा , श्री विवेक शर्मा ,पुजारी रमेश शर्मा,बृजेश शर्मा,हुश्न लाल शर्मा, शहरी प्रधान विपिन शर्मा, नरेंद्र शर्मा, वीरेंद्र शौरी, सोहन लाल शर्मा, बिशन शर्मा, विजय शर्मा, प्रदीप शर्मा, रोशन लाल शर्मा, सतीश शर्मा, विजय वशिष्ठ, गुलशन शर्मा व विरेन्द्र पाल शर्मा इत्यादि उपस्थित थे।