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गीता कोविड केयर सेेंटर में सुबह और सायं मरीजों को करवाया जाएगा योग।
गीता कोविड केयर सेंटर परिसर में प्रतिदिन विद्वान ब्राह्मणों द्वारा हो रहा हवन यज्ञ।
प्राचीन आयुर्वेद पद्धति द्वारा बनाया जाता है काढ़ा।
कुरुक्षेत्र 19 मई :- अब कोविड केयर सेंटरों में कोरोना मरीजों को स्वस्थ रखने के लिए योग करवाया जाएगा। इस योग से कोरोना के मरीजों की रिकवरी शीघ्र होगी और जल्दी से स्वस्थ होकर मरीज अपने घरों को लौट सकेंगे। इसकी पहल गीता स्कूल में बनाए गए कोविड केयर सेंटर से शुरु की गई है। इस सेंटर में मरीजों के लिए 2 योग प्रशिक्षकों की डयूटी भी लगाई गई है। यह योग विशेषज्ञ सुबह और सायं के समय कोविड गाईडलाईंस की पालना करते हुए मरीजों को योग करवाएंगे।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीईओ अनुभव मेहता ने आज यहां बातचीत करते हुए बताया कि गीता स्कूल में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में कोरोना पाजिटिव मरीजों को योग क्रियाएं करवानी शुुरु कर दी गई है। योग करने से कार्यक्षमता में वृद्धि होती है। हर व्यक्ति को अपने दिन की शुरुआत योग से करनी चाहिए। इसलिए कोविड केयर सेंटर में रह रहे कोरोना पाजिटिव मरीजों को व्यायाम को सुबह व सायं के समय योग करवाया जा रहा है। इन योग सैशन के दौरान मरीजों को कपालभाति, अनलोम विलोम, भ्रामरी, उदगीत, ध्यान मैडिटेशन तथा शीतली प्राणायाम व शशांग, भुजंग, सलभा, उष्ट्रासन, वृज, त्रिकोण, हल, ताड़, पद हस्त, उत्तानपाद, सेतु बंद, तथा वृक्षासन करवाए जा रहे है।
आयुष विभाग के योग विशेषज्ञ व ट्रेनर मंजीत सिंह व मनीष ने कहा कि योग का हमारे जीवन में अहम महत्व है। योग करके हम जहां अपने शरीर को मजबूत बना सकते हैं वहीं योग की विभिन्न क्रियाएं करके सभी बीमारियों से बच सकते हैं। इसलिए कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचने और अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए हम सबको योग करना चाहिए। योग करवाने के साथ-साथ कोरोना पाजिटिव मरीजों को रोग प्रतिरोधक शक्ति बढाने के लिये दालचीनी, शहद, काली मिर्च, अदरक, जीरा, धनिया, लहसुन, गाजर, शिमला मिर्च, कद्दू, सोयाबीन तेल, बादाम, बादाम तेल, मनका, च्वनप्रास, ऑवले का मुरब्बा, गिलोय रस, नींबु, संतरा, पपीता, टमाटर, खरबुजा, शकरकंदी, कीवी, मसरूम, दुध के साथ हल्दी का सेवन करने की सलाह भी दी जा रही है, इनमें विटामिन ए, ई व सी भरपूर मात्रा मौजुद होते हैं। इसके साथ-साथ गरम पानी का सेवन व नमक डालकर गरारे करना, योगासन, प्राणायाम, ध्यान करने से फेफड़ों, ह्दय, ब्रेन व अन्य अंगो के कार्य करने की शक्ति बढ़ जाती है।