आवश्यक दवाईयों और इंजैक्शन की कालाबाजारी पर है प्रशासन की पैनी निगाहे : प्रीति।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कालाबाजारी करने वालों से सख्ती से आया जाएगा पेश। रेमडीसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी पर नजर रखने के लिए कमेटी का किया गठन।
एडीसी ने कमेटी गठन के जारी किए आदेश।
कुरुक्षेत्र 14 मई :- अतिरिक्त उपायुक्त प्रीति ने कहा कि कोराना काल के इस मुश्किल दौर में हर कोई प्रभावित हुआ है। आमजन की जानमाल की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन के दौरान सभी जरुरी आवश्यक वस्तुओं राशन, दुध, दवाईयों, इंजेक्शनों, आक्सीजन आदि सेवाओं को प्रत्येक जरुरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाना प्रशासन का प्रथम कर्तव्य है। इस कार्य को प्रशासन द्वारा विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से पूरा करने का प्रयास भी किया जा रहा है। इस कठिन दौर में कुछ लोग इन आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी करके कालाबाजारी करने का काम करते है। लेकिन ऐसे लोगों पर प्रशासन द्वारा पूरी पैनी निगाहे रखी गई है और आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी को रोकने के लिए कमेटियों का गठन कर अधिकारियों की डयूटी भी लगाई गई है।
एडीसी प्रीति ने कहा कि कुरुक्षेत्र में कोरोना से सम्बन्धित दवाईयों और इंजेक्शन की कालाबाजारी किसी भी कीमत पर नहीं करनी दी जाएगी। जो भी व्यक्ति इस प्रकार की गतिविधियों में संलिप्त पाया गया, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र में खाद्य पदार्थों की कालाबाजारी करने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। कुरुक्षेत्र में कोविड-19 के मरीजों को आक्सीजन, रेमेडसिविर इंजैक्शन व अन्य दवाईयों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी और ना ही किसी व्यक्ति को इनकी कालाबाजारी करने दी जाएगी। इस समय पूरे देश पर कोरोना का संकट है। इस संकट की घड़ी में सभी को धैर्य रखना होगा और मिलकर काम करना होगा। इस जिले में सभी नागरिक, चिकित्सक प्रशासन का सहयोग करे ताकि किसी को भी जरा सी भी दिक्कत ना आए।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की चेयरमैन एवं एडीसी प्रीति ने जारी आदेशों में कहा कि कोरोना से सम्बन्धित दवाई और इंजेक्शन की कालाबाजारी करने की सूचनाएं मिल रही थी। इन दवाईयों की कालाबाजारी को रोकने के लिए आरटीए सचिव कुरुक्षेत्र, सीएमओ, चिकित्सक, आईएमए के प्रधान सहित 4 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। इस कमेटी के सदस्य दवाईयों की वितरण प्रणाली पर नियंत्रण रखेंगे और जो भी दवाई विक्रेता काजाबाजारी करेगा, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। इस कमेटी अध्यक्ष वे खुद होंगी और उनके प्रतिनिधि के रुप में आरटीए सचिव कुरुक्षेत्र उर्मिल श्योकंद को शामिल किया गया है। इसके अलावा इस कमेटी में जिला सिविल सर्जन डा. संत लाल वर्मा, आईएमए के जिला प्रधान नरेन्द्र परुथी, सिविल अस्पताल के फार्मासिस्ट डा. संतोष को सदस्य के रुप में शामिल किया गया है। यह कमेटी रेमडीसिविर इंजेक्शन की कोविड मरीजों को उपलब्धता व सही उपयोग पर नजर रखेंगी और इसकी नियमित रिपोर्ट भी प्रशासन को देगी।