हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र :- श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस पर स्वास्थ्य जागरूकता शिविर लगाया गया। कैंप का आयोजन राजकीय माध्यमिक विद्यालय रेलवे रोड़ में किया गया। विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा छात्र-छात्राओं को बदलते मौसम अनुसार आहार-विहार की आदतों को दिनचर्या में बरतने की जानकारी दी गई। मंच का संचालन विद्यालय के ललित कला अध्यापक उमर पाल ने किया।
डीन एकेडमिक अफेयर्स डॉ. शंभू दयाल ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा लोगों के स्वास्थ्य स्तर में सुधार और स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों को अच्छा स्वास्थ्य और सुविधा उपलब्ध कराना है। ताकि व्यक्ति सुखी और निरोगी जीवन जी सके। आज विश्व का हर दूसरा व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से पीड़ित है। इसकी सबसे बड़ी वजह गलत खानपान की आदतें और अव्यवस्थित दिनचर्या है। उन्हीं को ठीक करने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि हर रोज आधा घंटा योग व प्राणायाम करें। आहार को औषधि के रूप में ग्रहण करें। इस अवसर पर डॉ. अमित कटारिया ने पौष्टिक आहार कैसा और कितना लेना चाहिए इसके बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें बाहर के जंक फूड से बचना चाहिए। जो वर्तमान समय में रोगों का एक बड़ा कारण है। हरि पत्तेदार सब्जियां और दालों को अधिक मात्रा में भोजन में शामिल करना चाहिए। डॉ. सचिन शर्मा ने कहा कि बच्चों का एनर्जी स्तर काफी होता है। इसलिए बच्चों को सबसे ज्यादा प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की आवश्यकता होती है। अभिभावकों को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में घर में बने पौष्टिक और प्रोटीन युक्त भोजन ही बच्चों को देना चाहिए। श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय की पीजी स्कोलर डॉ. श्रुति और डॉ. उपासना ने योग व प्राणायाम के लाभ बताए व छात्राओं से किशोर अवस्था में होने वाली समस्याओं के बारे में चर्चा की। जिसमें छात्राओं की किशोरावस्था से संबंधित समस्याओं का डॉक्टरों द्वारा संतोषजनक उत्तर दिये गए। कार्यक्रम के अंत में स्कूल के विद्यार्थियों को औषधीय पौधे बांटे गए। उपस्थित गणमान्यों का धन्वायद स्कूल की उप मुख्य अध्यापिका बबीता ने प्रकट किया। इस अवसर पर विद्यालय शिक्षक व कर्मचारी विशेष रूप से उपस्थित रहे।