संवाददाता अमर कुमार गुप्ता
अस्पताल समीप मीम्स नर्सिंग होम के संचालक से पूछताछ करते छापेमारी टीम
छापेमारी टीम में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ० अशरफ रिजवी, मनोज कुमार सिंह हेड क्लर्क व मजहर अमीन डीपीसी (टीबी) कटिहार शामिल थे। जबकि मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी रेखा कुमारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पी के सिंह आदि मौजूद थे। जांच टीम के द्वारा सर्वप्रथम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित मीम्स नर्सिंग होम पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान नर्सिंग होम के पैथोलॉजी में उपस्थित लैब टेक्नीशियन लैब को छोड़कर फरार हो गए। जबकि मौके पर उपस्थित संचालक डॉक्टर ऐ के पांडे से जांच टीम के द्वारा नर्सिंग होम का जरूरी कागजात दिखाने को कहा मगर डॉक्टर के द्वारा नर्सिंग होम का कोई भी कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया। इसके अलावा फलका में अन्य जगहों पर भी छपेमारी की गई। लेकिन भनक लगते ही सभी के संचालक मौका देख फरार हो गया। मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ अशरफ रिजवी ने कहा कि मीम्स नर्सिंग होम का छापेमारी के दौरान मौके पर मौजूद डॉक्टर के द्वारा कोई भी जरूरी कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि उक्त नर्सिंग होम अवैध तरीके से संचालित हो रहा है। जांच टीम के द्वारा मौके पर नर्सिंग होम में मौजूद रोगियों से भी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान रोगी जूली देवी गोविंदपुर दियरा, गुड़िया देवी महेशपुर आदि ने बताया कि आशा कार्यकर्ता के द्वारा उसे अस्पताल लाया गया मगर अस्पताल में प्रसव में लेट होने के कारण आशा कार्यकर्ता के द्वारा उसे निजी नर्सिंग होम में लाया गया। जहां उसे मोटी रकम देना पड़ा। जांच टीम के द्वारा फलका के अन्य पैथोलॉजी केंद्र पर भी छापेमारी की गई। वहां भी जांच टीम को कोई कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया। मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ अशरफ रिजवी ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को वैसे आशा कार्यकर्ता पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मामले में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ अशरफ रिजवी ने कहा कि अवैध नर्सिंग होम एवं पैथोलॉजी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई हेतु सिविल सर्जन को रिपोर्ट समर्पित की जाएगी। सिविल सर्जन कटिहार से निर्देशानुसार फलका में चल रहे अवैध नर्सिंग होम एवं पैथोलॉजी को शील कर संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।