रुड़की
महामहिम राज्यपाल की चादरपोशी
–रुड़की: केरल के महामहिम राज्यपाल आरिफ मौहम्मद खान आज हरिद्वार के दौरे पर रहे जहां उन्होंने अलग-अलग जगहों पर विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। इसी कड़ी में राज्यपाल आरिफ मौहम्मद खान सूफी संतों की नगरी पिरान कलियर पहुँचे जहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक में अक़ीदत की चादर और फूल पेश कर अमनो सलामती की दुआएं मांगी। इसके बाद हज हाउस सभागार में आयोजित स्वागत समारोह में राज्यपाल का बुके देकर स्वागत किया गया, वही मौजूद लोगों को राज्यपाल आरिफ मौहम्मद खान ने सम्बोधित भी किया।
ब्रस्पतिवार की शाम केरल के राज्यपाल आरिफ मौहम्मद खान पिरान कलियर पहुँचे जहां सबसे पहले उन्होंने दरबार-साबरी में खिराज-ए-अक़ीदत पेश कर दुआएं मांगी, इसके बाद हज हाउस के सभागार में आयोजित स्वागत समारोह में शिरकत की। इस दौरान जिम्मेदार लोगों ने राज्यपाल का फूल मालाओं से स्वागत किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल आरिफ मौहम्मद खान ने कहा ये ऐसे सूफी की धरती है जहां से आपसी भाईचारे का पैगाम निकलता है। उन्होंने कहा इंसान को इंसान के काम आना चाहिए, पूरी दुनियां एक खुदा की मखलूक है किसी को हिकारत की नजर से नही देखना चाहिए। उन्होंने कहा में अपनी अक़ीदत का इजहार करने के लिए दरबार मे पेश हुआ हूँ, पूरे मानव कल्याण के लिए दुआएं मांगी है। उन्होंने कहा सूफी बुजुर्गों की तालीम यही है की इंसानियत और प्यार मुहब्बत को कायम करे। उन्होंने दिल्ली की दरगाह शरीफ हजरत निजामुद्दीन औलिया का एक वाक्या बताते हुए कहा कि किसी भी सूफी ने जातिवाद या धर्मवाद को बढ़ावा नही दिया हर सूफी बुजुर्ग ने इस धरती पर इंसानियत का संदेश दिया है और हर इंसान को दूसरे इंसान से मुहब्बत करने का पाठ पढ़ाया है हमारा काम किसी की जिंदगी में ना दखल देना है और ही फैसला करना ये काम सिर्फ ईश्वर का है, हमारा काम सिर्फ सेवा करना है हमे इसी भाव से अपनी जिंदगी गुजारनी चाहिए।