सोशल मीडिया एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करते हुए समाज में फेक न्यूज़ (भ्रामक सूचनाओं) की पहचान, अफवाहों की रोकथाम, साइबर जागरूकता तथा शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाने वाले बरेली जोन के जनपदों के Digital Volunteers के साथ अपर पुलिस महानिदेशक, बरेली जोन, श्री रमित शर्मा द्वारा की गई बैठक

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता )
बरेली : पुलिस लाइन स्थित रविन्द्रालय में आयोजित इस बैठक में बरेली जोन के समस्त जनपदों के डिजिटल वॉलंटियर्स के साथ-साथ जनपदीय सोशल मीडिया सेल प्रभारी तथा मीडिया सेल में कार्यरत पुलिस कर्मियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली भ्रामक सूचना/फेक न्यूज़ के विरुद्ध प्रभावी रूप से कार्य करने में डिजिटल वॉलंटियर्स की भूमिका एवं उपयोगिता को रेखांकित करना तथा उनके अनुभवों, सुझावों एवं विचारों को आमंत्रित करना था।
अपर पुलिस महानिदेशक, बरेली जोन, श्री रमित शर्मा द्वारा Information Disorder के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।
उन्होंने Information Disorder के तीन प्रमुख प्रकार—
(1) दुर्भावनापूर्ण जानकारी (Mal-information),*
(2) भ्रामक जानकारी (Dis-information) तथा
(3) गलत जानकारी (Mis-information)
के संबंध में अवगत कराते हुए इनके प्रसार एवं रोकथाम के उपायों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने अफवाहों एवं फेक न्यूज़ की समय रहते पहचान एवं खंडन किए जाने की आवश्यकता बताते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), विशेषकर डीप-फेक तकनीक के संभावित दुरुपयोग के प्रति सतर्क रहने पर बल दिया। साथ ही सोशल नेटवर्किंग साइट्स के माध्यम से की जा रही समाजविरोधी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश एवं आवश्यक कार्यवाही के संबंध में भी जानकारी दी गई।
इस अवसर पर बरेली जोन के साइबर थानों के सीयूजी नंबरों तथा जनपदवार थानों की लोकेशन के संबंध में जानकारी साझा की गई तथा सभी डिजिटल वॉलंटियर्स से उनके अनुभव, फीडबैक एवं सुझाव आमंत्रित किए गए।
इस अवसर पर सोशल मीडिया के संरचित उपयोग की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि उत्तर प्रदेश पुलिस में सोशल मीडिया के संस्थागत उपयोग की शुरुआत लगभग 10 वर्ष पूर्व मेरठ रेंज में स्थापित सोशल मीडिया लैब के माध्यम से हुई थी।
अपर पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा डिजिटल वॉलंटियर्स के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें साइबर अपराधों, अफवाहों एवं असामाजिक तत्वों द्वारा फैलायी जा रही सोशल मीडिया (वाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक एवं यू-ट्यूब) के माध्यम से भ्रामक सूचनाओं के संबंध में जनसामान्य को सही तथ्यों से अवगत कराते हुए तथा व्यक्तिगत रुप से सतर्क रहते हुए पुलिस प्रशासन के साथ निरंतर सहयोग करने हेतु प्रेरित किया गया।
इस क्रम में यह भी उल्लेख किया गया कि लगभग 10 वर्ष पूर्व में ही ट्विटर पर डीआईजी मेरठ रेंज के रूप में उत्तर प्रदेश पुलिस की पहली आधिकारिक उपस्थिति दर्ज की गई, जिसने डिजिटल संवाद की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल स्थापित की।
बैठक के दौरान डिजिटल वॉलंटियर्स की अवधारणा की पृष्ठभूमि पर चर्चा करते हुए अवगत कराया गया कि लगभग 10 वर्ष पूर्व जनपद बागपत के एक प्रकरण के उपरान्त डिजिटल वॉलंटियर्स का प्रयोग घटनाक्रम से जुड़े तथ्यों को सही एवं त्वरित रूप से जनमानस तक पहुँचाने के उद्देश्य से प्रारम्भ हुआ, जो आगे चलकर एक प्रभावी माध्यम के रूप में विकसित हुआ।
पुलिस उपमहानिरीक्षक, बरेली परिक्षेत्र, अजय कुमार साहनी द्वारा फेक न्यूज़ का समय रहते खंडन किए जाने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए डिजिटल वॉलंटियर्स को साइबर अपराधों की रोकथाम के संबंध में आमजन को जागरूक करने हेतु प्रेरित किया गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा फैक्ट-चेक के उद्देश्य से संचालित आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के संबंध में जानकारी दी गई, साथ ही राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन संख्या 1930 के प्रभावी उपयोग के बारे में अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त सभी डिजिटल वॉलंटियर्स को मिशन शक्ति फेज-5.0 तथा मिशन शक्ति केन्द्र के उद्देश्यों एवं गतिविधियों के संबंध में भी जानकारी प्रदान की गई।
एसएसपी बरेली अनुराग आर्य एवं एसपी रामपुर विद्या सागर मिश्र द्वारा अफवाओं/भ्रामक खबरों(Misinformation) को रोकने हेतु अपेक्षित कार्यवाही के सम्बन्ध में पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जनपद बरेली, श्री अनुराग आर्य द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस के सकारात्मक एवं जनहितकारी कार्यों के प्रचार-प्रसार पर बल देते हुए समाज में पुलिस के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने की आवश्यकता बताई गई। उन्होंने डिजिटल वॉलंटियर्स को एनसीआरपी पोर्टल एवं राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन संख्या 1930 के माध्यम से साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग के विषय में जानकारी देते हुए उनके कर्तव्यों एवं उत्तरदायित्वों से अवगत कराया।
पुलिस अधीक्षक, जनपद रामपुर, श्री विद्यासागर मिश्र द्वारा रियल-टाइम मॉनिटरिंग के माध्यम से सोशल मीडिया पर प्रसारित फेक न्यूज़ एवं अफवाहों का समय रहते खंडन किए जाने, साइबर ठगी एवं असामाजिक तत्वों के विरुद्ध जनजागरूकता बढ़ाने तथा सुरक्षित डिजिटल व्यवहार अपनाने के लिए आमजन को प्रेरित करने पर बल दिया गया। उन्होंने डिजिटल वॉलंटियर्स से पुलिस विभाग के साथ सहयोग करते हुए अपराधों एवं संदिग्ध गतिविधियों की सूचना समय से साझा करने का आह्वान किया। बैठक के दौरान बरेली जोन के समस्त जनपदों के डिजिटल वॉलंटियर्स ने साइबर जागरूकता, जनसुरक्षा तथा सामाजिक सौहार्द को और अधिक सशक्त बनाने का संकल्प लिया।इसी क्रम में वर्ष 2025 में बरेली जोन द्वारा प्रारम्भ किए गए AI आधारित AI Influencer “Jarvis” कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए आधुनिक तकनीक के माध्यम से सूचना प्रबंधन एवं जनसंपर्क को और अधिक प्रभावी बनाए जाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की गई।




