वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र : मोहड़ी स्थित आदेश अस्पताल व मैडिकल कॉलेज में एंडोवास्क्यूलर विधि द्वारा पेट की नाड़ी फटने का बिना सर्जरी के सफल इलाज किया गया है। यह उपचार डा. सचिन मदान व उनकी टीम द्वारा किया गया है। डा. सचिन मदान ने बताया कि 42 वर्षीय पुरुष को पैनक्रियाज ग्रन्थि के इन्फेक्शन की वज़ह से पेट में तेज दर्द होने के कारण आदेश अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। सीटी स्कैन में पता चला कि लिवर की मुख्य नाड़ी फट गई है जिस वजह से मरीज की हालत गंभीर हो गई थी। पेट में तेज दर्द के साथ ब्लीडिंग की वजह से ब्लडप्रेशर भी काफी कम हो गया था। जांच के बाद एंडोवास्क्यूलर विधि द्वारा रोगी का उपचार शुरू किया गया और इस प्रक्रिया में कोइल्स (धातु के छल्ले) डाल कर फटी हुई नाड़ी को बंद किया गया। इस प्रक्रिया के उपरांत मरीज के पेट में ब्लीडिंग थम गई और ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल हो गया। डा. सचिन मदान ने बताया कि एंडोवास्क्यूलर विधि से उपचार कि दौरान किसी प्रकार का चीरा या सर्जरी के बिना छोटी तारों या नलियों केथेटर द्वारा किया जाता है। इस विधि से उपचार में ब्लड लॉस या इन्फेक्शन का खतरा न्यूनतम होता है तथा मरीज जल्दी स्वस्थ हो कर घर जा सकता है। डा. सचिन मदान ने बताया कि वैरिकोज़ वेन्स, बच्चेदानी की रसोलियाँ, गदूद का बढऩा, दिमाग़ की नाड़ी फटना, नाड़ी में खून कि थक्के जमना, पैर की नाडिय़ो में रुकावट, डायलिसिस फिस्टूला सम्बन्धी समस्या इत्यादि बीमारियों का इलाज आदेश अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में एंडोवास्क्यूलर विधि द्वारा किया जा रहा है। आदेश ग्रुप के चेयरमेन डा.एच.एस. गिल ने इस उपलब्धि के लिए डा. सचिन मदान व उनकी टीम की प्रशंसा की है। पत्रकारों को जानकारी देते डा. सचिन मदान।