अभिनय में किसी को कॉपी न करे अपना स्टाइल विकसित करें- शिवम
कोंच (जालौन) रंगकर्मी अभिनय में किसी की नकल न करे, बल्कि अपना स्टाइल विकसित करें। यह बात रंगकर्मियों के साथ वर्चुअल संवाद करते हुए लोकप्रिय सीरियल भाभी जी घर पर है के असिस्टेंट डायरेक्टर एवं अभिनेता शिवम मेहरोत्रा ने कही।
भारतीय जन नाट्य संघ ( इप्टा) कोच इकाई की निशुल्क ग्रीष्मकालीन बाल एवं युवा रँगकर्मी नाट्य कार्यशाला के चौथे दिन भाभी जी घर पर है के असिस्टेंट डायरेक्टर एवं एक्टर शिवम मेहरोत्रा ने रंगकर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करते हुए उनके तमाम सवालों का बेहद सादगी के साथ जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि फिल्मों में बेहतर अदाकारी का रास्ता नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जाता है। थिएटर सिखाने वाले संस्थानों में सीखने से बेहतर है युवा लगातार नाटक करे। अभिनेता बनने के लिए अध्ययन भी जरूरी है।
बुंदेलखंड में थियेटर एवं सिनेमा की अपार संभावनाएं हैं। सभी रंगकर्मी स्थानीय सिनेमा को विकसित करें। थियेटर में हम कहीं भी अभिनय कर सकते हैं, जबकि सीरियल्स एवं सिनेमा में एक निश्चित फ्रेम पर काम करना होता है। एक्टिंग के लिए संवाद अदायगी महत्वपूर्ण है। किसी अभिनेता की नकल न करके हम मौलिक अभिनय को बढ़ावा दे।
प्रतिभागियों के प्रश्नोत्तर के क्रम में मुख्य अतिथि शिवम ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि बुंदेलखंड की प्रतिभाओं को उनकी क्षमता अनुसार सिनेमा और टी वी में काम दिलाया जाए।
इस अवसर पर इप्टा के प्रांतीय सचिव /इप्टा कोंच के संस्थापक अध्यक्ष डॉ मुहम्मद नईम ने कहा कि नाटक की विषय वस्तु में सामाजिक सरोकारों का होना जरूरी है, हमें उद्देश्यहीन नाटकों से बचना चाहिए। रंगकर्मियों को चाहिए कि अधिक से अधिक नाटकों को पढ़ें, उनके बारे में चिंतन करें, उनकी विषय वस्तु के आधार पर कल्पनाशीलता को विकसित करें तथा एकल अभिनय के माध्यम से अपने हुनर को विकसित करें।
अध्यक्षता कर रहे इप्टा कोंच के सरंक्षक अनिल कुमार वैद ने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है। आप लोग जरूर ही अपने मुकाम पर पहुचेंगे बशर्तें अपनी पूर्ण मेहनत,लगन व निष्ठा के साथ अपने कार्य में लग जाये क्योंकि कहा भी गया कि “कोशिश करने वालों की हार नहीं होती”।
आभार एवं तकनीकी जिम्मेदारी का निर्वाहन सचिव पारसमणि अग्रवाल ने व संचालन डॉ मुहम्मद नईम ने किया।
🎤🎤रिपोर्टर अविनाश शाण्डिल्य कोंच 🎤🎤