ज़िले की स्वास्थ्य इकाइयों पर मनाया गया एकीकृत निक्षय दिवस
टीबी के साथ फाइलेरिया व कुष्ठ के संभावित रोगियों की हुई स्क्रीनिंग
✍️ दिव्या बाजपेई
कन्नौज। क्षय रोग , फाइलेरिया और कुष्ठ उन्मूलन को लेकर सरकार गंभीर है। इसी को लेकर हर माह की 15 तारीख को स्वास्थ्य इकाइयों पर एकीकृत निक्षय दिवस मनाया जाता है | इस बार 15 तारीख को रविवार का अवकाश होने के कारण इसे सोमवार को मनाया गया | हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ने मरीजों की प्रारम्भिक जांच कर एचआईवी, डायबिटीज और बलगम का नमूना लिया ।सीएचओ और आशा के द्वारा निक्षय दिवस पर मिलने वाली सुविधाओं का प्रचार-प्रसार भी किया गया ।पहला निक्षय दिवस 15 दिसंबर को मनाया गया था, जिसमें 14 क्षय रोगी चिन्हित किये गए थे l इस बार से इस दिवस में कुष्ठ, फाइलेरिया और कालाजार उन्मूलन अभियान को और जोड़ दिया गया, ताकि एक ही समय में कई बीमारियों का समय से इलाज कर रोगियों को स्वस्थ बनाया जा सके l।मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ विनोद कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर जनपद के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, शहरी क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, और ज़िला चिकित्सालय में सोमवार को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया l सीएमओ ने बताया कि आज निक्षय गतिविधियों के साथ कुष्ठ, फाइलेरिया और कालाजार उन्मूलन गतिविधियों पर ज़ोर दिया गया । इन बीमारियों के रोगियों को चिन्हित कर उन्हें उपचार, परामर्श व आवश्यक दवाएं दी गई । इसी क्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ के पी त्रिपाठी ने हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर अहिरवा, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ हिलाल अहमद खान ने उदैतापुर का निरीक्षण कर अधिक से अधिक लोगों को क्षय, कुष्ठ, फाइलेरिया और कालाजार के बारे में जागरूक करने को कहा l हाथी पाँव (फाइलेरिया) के चिन्हित मरीजों को प्राथमिक उपचार के साथ रुग्णता प्रबन्धन एवं दिव्यांगता रोकथाम (एमएमडीपी) किट वितरण और उसके उपयोग के बारे में जानकारी दी गई। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ के पी त्रिपाठी ने बताया कि निक्षय दिवस पर समस्त हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला चिकित्सालय के वाह्य मरीज विभाग (ओपीडी) में आने वाले मरीजों के 10 प्रतिशत मरीजों के बलगम की जांच की गई । डीपीसी रंजीत ने बताया कि जिले में करीब 1942 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है। क्षय रोगियों को इलाज के दौरान हर माह 500 रुपए पोषण भत्ता भी मिलता है । डीएलओ डॉ ए के जाटव ने बताया कि कुष्ठ रोग साथ रहने या खाने से नहीं फैलता है l इसलिए हम सभी को कुष्ठ रोगियों से भेदभाव नहीं करना चाहिए l जिला मलेरिया अधिकारी डॉ हिलाल अहमद खान ने बताया कि ज़िले में इस समय 931 फाइलेरिया रोगी हैं l अब तक 190 हाइड्रोसील रोगियों की आपरेशन किए जा चुके हैं l