बरकत का महीना है माहे रमजान,रोजे रखने से नमाज पढ़ने से अल्लाह नेकियों से नवाजता है -नईम मंसूरी
रिपोर्टर अविनाश शाण्डिल्य के साथ बिबेक द्विवेदी Vv न्यूज चैनल कोंच जालौन
माहे रमजान ए मुकद्दस महीना है जिसमें अल्लाह की नेमते और बरकत है बरसती है रमजान का चांद नजर आते ही खास इबादत के लिए सफे बिखना शुरू हो जाती हैं हर कोई अल्लाह की इबादत में मसगुल हो जाता है इंसान बुराइयों से बचकर अल्लाह से मन लगाता है गुनाहों के लिए तौबा करता है गरीब और मुफलिसो की हमदर्दी और मदद का जज्बा भी इसी महीने खास से मुआफ़ कराता है रमजान सब्र और इबादत का वह महीना है जिसमें अल्लाह अपने बंदों का इम्तिहान ले लेता है यह बात नायब सदर ताजिया नईम मंसूरी ने कही उन्होंने कहा यह माहे रमजान बड़ा बरकत वाला महीना होता है जो लोग इस महीने में रोजे रखते हैं नमाज पढ़ते हैं और तिलावत करते हैं उसे अल्लाह तबारक ताला उसे अपनी नेकियों से नवाजता है