देश को आजादी वीरों की शहादत एवं बलिदान से मिली :जसविंदर खैरा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र :- आजादी के आंदोलन में शहीदों ने जिस तरह से अपना बलिदान दिया, इस देश की आने वाली पीढिय़ां उनकी शहादत को हमेशा याद रखेंगी। आज हमें भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव व तमाम् शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेते हुए उनके आदर्शो को अपने जीवन में उतारने की जरूरत है। ये शब्द शुगरकेन कन्ट्रोल बोर्ड के सदस्य व युवा जजपा जिलाध्यक्ष डॉ जसविन्द्र खैहरा ने आज शहीदी दिवस पर कहे।
उन्होंने कहा कि शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि हम उनके सपनों को पूरा करने के लिए पूरी ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के साथ देशहित में कार्य करें।खैरा ने कहा कि देश के इतिहास में अंग्रेजों ने पहली बार भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव को निर्धारित समय से पहले दिन फांसी देकर जेल के पिछले रास्ते से उनके शरीर के अलग-अलग हिस्से करके कम्बलों में बांधकर जेल से निकाला जिसका इलाके के जनता के उपर विपरीत प्रभाव पड़ा और लोगों में आक्रोश की भावना हो गई। भगत सिंह अपने अन्तिम समय में जो पुस्तक पढ़ रहे थे। उन्होंने उसका पेज फोल्ड किया और फांसी के फंदे को भारत मां की आजादी के लिए चूम लिया। हमें उनके योगदान को भुलाना नहीं चाहिए। हमारे परिवार की कई पीढ़ियों का देश की आजादी एवं समाज सुधार में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भगत सिंह पारिवारिक वातावरण के अनुसार ही भगत सिंह बन पाए।