सर्व मंदिर केंद्रीय सभा फिरोजपुर की ओर से नव वर्ष संवत 2078 त्योहारों के कलैंडर का किया गया विधिवत विमोचन : कैलाश शर्मा

सर्व मंदिर केंद्रीय सभा फिरोजपुर की ओर से नव वर्ष संवत 2078 त्योहारों के कलैंडर का किया गया विधिवत विमोचन : कैलाश शर्मा

सनातन धर्म का नव वर्ष संवत् 2078 तारीख 13 अप्रैल 2021 से प्रारंभ

01 अप्रैल फिरोजपुर {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}:=

सनातन धर्म मंदिर (महावीर दल) फिरोजपुर में सर्व मंदिर केंद्रीय सभा की ओर से नव वर्ष संवत् 2078 त्योहारों के कैलेंडर का विधिवत विमोचन किया गया। उक्त कलैंडर को तैयार करने के लिए विद्वान पंडितों की एक टीम गठित की गई थी। इस प्रकार महान विद्वानों के कड़े प्रयास से यह कलैंडर तैयार हुआ। कलैंडर तैयार करते हेतु फिरोजपुर शहर की ओर से पंडित अनिल शर्मा ज्योतिषाचार्य ,
पंडित विश्वनाथ, पंडित टीकाराम, पंडित सर्वजीत शर्मा, पंडित संतोष शर्मा, पंडित कमलेश मिश्रा एवं फिरोजपुर छावनी की ओर से पंडित वेद प्रकाश शुक्ला के नेतृत्व में उनकी टीम श्री हरीश गोयल व श्री बाल किशन मित्तल ने गहन विचार करने उपरांत यह कैलेंडर तैयार किया। फिरोजपुर में पहले एक त्यौहार को दो दो दिनों में मनाया जाता रहा है जिसका कई वर्ग के लोग मजाक भी बनाते थे कि आप लोगों को अपने त्योहारों के प्रति सही जानकारी ही नहीं है इस बात को मद्देनजर रखते हुए यह कमेटी गठित की गई। अब 5 वर्षों से फिरोजपुर शहर वासियों में दो की जगह एक ही दिन में त्यौहार मनाए जाने लगे। फिरोजपुर शहर व छावनी के लोगों में खुशी की लहर है। यह कलैंडर फिरोजपुर के शहर व छावनी के सभी धार्मिक स्थलों पर लगा दिए गए हैं। मंदिरों के सभी प्रतिनिधियों ने प्रण किया के यह कैलेंडर वाले त्यौहार ही अब फिरोजपुर शहर व छावनी में मनाए जाएंगे। श्री पृथ्वी पूगल श्री हरीश गोयल श्री बाल कृष्ण मित्तल श्री कैलाश शर्मा और श्री विजय मोंगा ने आए हुए गणमान्य अतिथियों का सिरोपा भेंट करके एवं गठित विद्वानों की टीम का सर्टिफिकेट जारी कर विशेष सम्मान किया।

पंडित अनिल शर्मा व पंडित वेद प्रकाश शुक्ला जी ने बताया की वास्तव में जब अंग्रेजो द्वारा हमें 1जनवरी का नववर्ष थोपा गया तो उस समय लोग विक्रमी संवत के अनुसार 1अप्रैल से अपना नया साल बनाते थे, जो आज भी सच्चे हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है। आज भी हमारे बही खाते और बैंक 31 मार्च को बंद होते है और 1 अप्रैल से शुरू होते याद रखे अप्रैल माह से जुड़े हुए इतिहासिक दिन और त्यौहार–

  1. हिन्दुओं का पावन महिना इस दिन से शुरू होता है (शुक्ल प्रतिपदा)
  2. हिन्दुओं के रीति-रिवाज़ सब इस दिन के कलेण्डर के अनुसार बनाये जाते है। आज का दिन दुनिया को दिशा देने वाला है।

अंग्रेज हिन्दुओं के विरुद्ध थे इसलिए हिन्दू के त्योहारों को मूर्खता का दिन कहते थे और आप हिन्दू भी बहुत शान से वही कह रहे हो .!!
गुलाम मानसिकता का सुबूत ना दो अप्रैल फूल लिख के .!!

अप्रैल फूल सिर्फ भारतीय सनातन कलेण्डर, जिसको पूरा विश्व फॉलो करता था उसको भुलाने और मजाक उड़ाने के लिए बनाया गया था ..!!

1582 में पोप ग्रेगोरी ने नया कलेण्डर अपनाने का फरमान जारी कर दिया जिसमें 1जनवरी को नया साल का प्रथम दिन बनाया गया। जिन लोगो ने इसको मानने से इंकार किया, उनको 1 अप्रैल को मजाक उड़ाना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे 1 अप्रैल नया साल का नया दिन होने के बजाय मूर्ख दिवस बन गया ..!!

आज भारत के सभी लोग अपनी ही संस्कृति का मजाक उड़ाते हुए अप्रैल फूल डे मना रहे है …!!
जरूरत है कि आपने संस्कृति को अपनाएं अपने धर्म का मजाक ना उड़ा कर सनातन धर्म को अपनाते हुए कैलेंडर संवत 2078 को अपनाएं 1 जनवरी नव वर्ष की जगह पर विक्रमी संवत को अपना कर गर्व से सनातनी होने का सनातन धर्म अपनाने का परिचय दें
इस मौके पर पृथ्वी पूगल प्रधान श्री सनातन धर्म सभा मंदिर महावीर दल श्री बाल कृष्ण मित्तल प्रधान सनातन धर्म सभा मंदिर फिरोजपुर छावनी श्री हरीश गोयल प्रधान वृद्धाश्रम फिरोजपुर छावनी पंडित वेद प्रकाश शुक्ला जी श्री विजय मोंगा प्रधान सियाराम ड्रामाटिक क्लब पंडित प्रवीण शर्मा प्रधान ब्राह्मण सभा कमल कालिया वाइस चेयरमैन
पंडित अनिल शर्मा ज्योतिषाचार्य पंडित, विश्वनाथ पंडित टीकाराम पंडित संतोष शर्मा पंडित सर्वजीत शर्मा पंडित कमलेश मिश्रा पंडित केवल कृष्ण मच्छराल पंडित देसराज शर्मा पंडित रामस्वरूप शर्मा पंडित केवल कुमार शर्मा समरावां वाले पंडित रंजीव बावा पंडित संतोष राय शर्मा परसोत्तम धवन संदीप सीकरी सुदेश छाबड़ा मंगतराम मानकटाला के अलावा और भी मंदिरों के प्रतिनिधि मौजूद थे ।

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