कन्नौज जिला संवाददाता प्रशांत कुमार त्रिवेदी
जनपद कन्नौज में जनसंख्या स्थिरीकरण एवं बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं । इसी कड़ी में 15 से 49 साल तक के योग्य दंपति को परिवार नियोजन के साधनों के विषय में जागरूक करने एवं परिवार नियोजन के साधनों की सामुदायिक स्तर पर उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए 27 जून से 10 जुलाई तक दंपति संपर्क पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत एएनएम एवं आशा घर-घर जाकर योग्य दपंति को जागरूक करेंगी। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डा.राम मोहन तिवारी ने बताया कि 27 जून से दंपति संपर्क पखवाड़े की शुरुआत की जायेगी, जो 10 जुलाई तक चलाया जाएगा । इस वर्ष जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े की थीम “आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी” है । इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को परिवार नियोजन की जरूरत के विषय में जागरूक करना है। डॉ. तिवारी ने बताया कि परिवार नियोजन के साधनों का इस्तेमाल जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ बेहतर प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है । बच्चों के जन्म में तीन साल से कम के अंतराल पर प्रजनन स्वास्थ्य प्रभावित होता है एवं कई मामलों में माताओं की मृत्यु तक हो जाती है। इसके साथ ही छोटे परिवार के बड़े फायदे भी होते हैं | बच्चों के जन्म में अंतराल रखने के लिए अस्थायी साधन एवं सीमित परिवार के लिए स्थायी साधनों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
डा.तिवारी ने परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल देते हुए बताया कि पुरुष नसबंदी महिला नसबंदी की अपेक्षा सरल एवं आसान है। इससे किसी भी प्रकार की यौन दुर्बलता नहीं आती है। बच्चों में अंतराल रखने के लिए कॉपर टी भी एक असरदार एवं सुरक्षित साधन है। प्रसव के तुरंत बाद भी कॉपर टी लगाया जा सकता है। दो चरणों में होगा आयोजन l कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का आयोजन दो चरणों में किया जायेगा। पहला चरण 27 जून से 10 जुलाई तक दम्पत्ति सम्पर्क पखवाड़ा व द्वितीय चरण 11 से 31 जूलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के रूप में मनाया जायेगा। जनसंख्या स्थिरीकरण की जरूरत, सही उम्र में शादी, पहले बच्चे में देरी तथा बच्चों में सही अंतराल के बारे में आमजन के मध्य चर्चा कर मां और शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का प्रयास होगा |
इन गतिविधियों पर होगा जोर
जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के दौरान गर्भनिरोधक की मांग पर प्रत्येक लाभार्थी को दो माह तक का अतिरिक्त इच्छित गर्भनिरोधक सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी ताकि लाभार्थी को बार-बार गर्भनिरोधक प्राप्त करने हेतु केंद्र पर न आना पड़े। कंडोम बॉक्स में नियमित रूप से कंडोम भरा जाएगा एवं प्रत्येक दिन नियमित अंतराल पर कीटाणु रहित डिसइन्फेक्ट किया जाएगा। बास्केट ऑफ च्वाइस पर इच्छुक दंपति को परामर्श दिया जाएगा तथा मांग एवं खपत के अनुसार स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक मात्रा में गर्भनिरोधक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए गर्भनिरोधक का वितरण किया जाएगा।