गोल्डन कार्ड बनवाकर गांव के लाभार्थियों की मदद करें नवनिर्वाचित प्रधान
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ सत्येंद्र कुमार ने निर्धारित ग्राम प्रधानों की पहली बैठक में प्रधानों और सदस्यों को योजना के बारे में जानकारी देकर बताया कि जिले में कुल 15 सरकारी और 13 गैर सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को इलाज की सुविधा मिल रही है। लाभार्थी परिवार को इसके तहत पांच लाख तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से कहा कि वह अपने गांवों के पंजीकरण लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड आयुष्मान कार्ड बनाने में सहयोग करें गोल्डन कार्ड(आयुष्मान कार्ड) बनवाने में सहयोग करें। गोल्डन कार्ड पूरी तरह निःशुल्क बनाए जा रहे हैं।और इलाज में भी किसी तरह का पैसा नहीं लगता है। इस बीच ग्राम प्रधान ने लाभार्थियों के जुड़ने के बारे में जानकारी ली। इस पर उन्होंने बताया कि योजना की सूची 2011 की आर्थिक, सामाजिक व जातिगत आधारित जनगणना के आधार पर बनाई गई है। इस सूची में न तो नया नाम जोड़ा जा सकता है और न ही हटाया जा सकता है। लिहाजा कोई ग्राम प्रधान किसी भी मतदाता को इस योजना की सूची में नया नाम जोड़ने का आश्वासन दें। जब नए लोगों का नाम जोड़ने की शासन की योजना आएगी तो उन्हें अवगत करा दिया जाएगा। उन्होंने प्रधानों से कहा कि वह अपने गांव के जिन लोगों के गोल्डन कार्ड नहीं बने उनकी सूची बना लें। जल्दी ही सभी पंचायतों लाभार्थियों की सूची भेज दी जाएगी। इन अस्पतालों में मिलेगी सुविधा
राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा, जिला अस्पताल कन्नौज, जिला महिला अस्पताल कन्नौज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कन्नौज, तिर्वा, हसेरन, छिबरामऊ, सौरिख,तालग्राम, गुरसहायगंज, जलालाबाद, गुगरापुर,सकरावा व जनखत के अलावा योजना में पंजीकृत 13 निजी अस्पताल में भी आयुष्मान योजना का लाभ उठा सकते हैं। इन अस्पतालों में इलाज के साथ गोल्डनकार्ड भी मुफ्त बनाए जाते हैं।
मुख्य बिन्दु…
कुल लाभार्थी परिवार 1,18,680
कुल लाभार्थी 5.93 लाख
कुल लभार्थी मरीज 6120
कुल गोल्डन कार्ड 1,46,825