वी वी न्यूज़ तिर्वा तहसील संवाददाता अवनीश कुमार तिवारी
व्रत में रखे खास खयाल, इम्यूनिटी बनी रहे हर हाल
कन्नौज । हमारे जीवन में व्रत और त्योहारों का बहुत महत्व है। जब बात श्रद्धा की आती है तो लोग अपने स्वास्थ्य को यहां तक कि खुद को भी भूल जाते हैं। कोरोना संक्रमण के काबू में आने के बाद ऐसा कोई कार्य न करें जिससे आपकी इम्यूनिटी सीधे तौर पर प्रभावित हो | यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार का । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि व्रत-उपवास के साथ अपनी सेहत का ख्याल रखना भी बहुत जरुरी हैं । खासकर ऐसे लोग जिन्हें कोविड की शिकायत रही हो। वैसे भी यह मौसम में बदलाव का समय है। ऐसे में संक्रमण से बचाव करना भी एक चुनौती है। ऐसे में इस बात का पूरा ख्याल रखें कि इसका असर इम्यूनिटी पर न पडे़, क्योंकि कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र के चलते कोरोना, डेंगू व वायरल जैसी समस्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि उपवास के दौरान खान-पान का ध्यान रखें और यह ध्यान रहे कि ऐसे में देर तक खाली पेट रहना और बाद में ज्यादा खाना- दोनों स्थितियां शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए थोड़ा-थोड़ा करके कई बार खाते रहें। अब भी दिन में गर्मी हो रही है इसलिए शरीर में पानी की कमी न होने दें पर्याप्त मात्रा में पानी,नारियल पानी आदि पीते रहें। शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती रहे इसके लिए सिंघाड़े का आटा, समा चावल, राजगिरा, मूंगफली,साबूदाना, मखाना, दूध, दही, फल और कुछ सब्जियां जैसे आलू, अरबी, कच्चे केले को खानपान में शामिल किया जा सकता हैं। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होगी। व्रत के दौरान भी नियमित रुप से योग,प्राणायाम, व्यायाम, टहलना आदि जारी रखना चाहिए। यदि पहले से कोई बीमारी हैं तो उसकी दवा नियमित रुप से लेते रहें।
व्रत में रखें ध्यान
१-लंबे समय तक भूखे न रहें , इससे गैस की समस्या हो सकती है।
२- व्रत में चार-पांच चीजें एक साथ खाने के बजाय दो-तीन घंटे के अन्तराल से खाएं।
३- डायबिटीज के रोगी ज्यादा देर तक खाली पेट न रहें।
४- फल और ड्राई फ्रूट्स डाइट में जरूर शामिल करें।
५- ज्यादा तले भुने भोजन से परहेज करें।
६-सेंधा नमक और चीनी की मात्रा कम रखें, खासकर हृदय रोग के मरीज
७- अगर आप बीमार हैं और व्रत रखा है तो हर दो घंटे के अंतराल पर कुछ तरल पदार्थ लें।
ऐसे लोग नौ दिन व्रत न रखें
यदि डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मरीज हैं।
यदि हाल फिलहाल कोई सर्जरी हुई है।
३-यदि खून की कमी है।
४-दिल, किडनी, फेफड़े या लीवर के मरीज हैं।
५-गर्भवती ।