हरियाणा संपादक , वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र,9 अक्टूबर : स्थाण्वीश्वर महादेव मंदिर मार्ग स्थित नेताजी सुभाष पार्क में शुक्रवार रात्रि जयश्री शारदा रामलीला ड्रामाटिक क्लब द्वारा राम-लक्ष्मण-सीता का वन की ओर प्रस्थान, केवट मिलन, केवट द्वारा राम-लक्ष्मण-सीता को गंगा पार कराना,दशरथ की मृत्यु और भरत मिलाप आदि प्रसंगों के दृश्य दिखाए गए। इस अवसर पर जयश्री शारदा रामलीला ड्रामाटिक क्लब के पदाधिकारियों ने पर्दे की रस्म में भाग लेकर मां शारदा की आरती की। महासचिव नरेश चौधरी ने बताया कि मंच पर राम का सीता व माता कौशल्या के साथ संवाद दिखाया जाता है, जिसमें वे वन जाने का पूरा घटनाक्रम सुनाते हैं। ये सुनते ही माता कौशल्या मूर्छित हो जाती है। सीता व लक्ष्मण भी उनके साथ वन जाने का निर्णय करते हैं। वनवासियों के वस्त्र धारण करके तीनों वन की ओर प्रस्थान करते हैं। उनके पीछे-पीछे अयोध्यावासी भी चलते हैं। अयोध्या की सीमा समाप्त होने के बाद तीनों निषादराज गुह के राज्य में प्रवेश करते हैं। वन की बात सुनकर निषादराज अयोध्या पर आक्रमण करने की बात करते हैं, लेकिन राम उन्हें समझाते हैं। इसके पश्चात केवट राम-लक्ष्मण-सीता को गंगा पार कराते हैं। उधर, पुत्र मोह में व्याकुल राजा दशरथ अपने प्राण त्याग देते हैं। रामलीला के मंच पर छोटे-छोटे बच्चों को लोरी दी गई। वहीं, नृतकियों द्वारा रामलीला दृश्यों के बीच-बीच में भक्ति गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। रामलीला के मंच पर छोटे-छोटे बच्चों को लोरी दी गई। रामलीला के दृश्यों में सुमित गर्ग ने राम,शिव भटनागर ने लक्ष्मण, संजीव कौशिक,मुकेश सिसौदिया,श्री निवास गोयल व राहुल ने केवट, मुकेश सिसौदिया ने दशरथ, प्रिंस ने सीता, महिपाल धीमान ने भरत,पूर्ण चंद मटकू ने कैकेई, चीनी भाई ने कौशल्या, राकेश ने शत्रुघ्न केवट के सहयोगी,शिवा ने सुमन्त और पीतांबर ने वशिष्ठ का रोल प्ले किया। इस मौके पर प्रधान सतीश शर्मा, उपप्रधान सोहन लाल काकयान, महाप्रबंधक संजीव पांडे,सचिव यशपाल सैनी, सहसचिव अजय ठाकुर, निदेशक दर्शन लाल सैनी, भूषण कुमार गुप्ता, करनैल सिंह, बालकृष्ण रोहिला, गुरमीत खालसा, पदम धीमान,सोमनाथ सैनी और विनोद सैनी और मौजूद रहे।
जय श्री शारदा रामलीला में मंचन करते कलाकार।