कुरुक्षेत्र को बनाया जाए पर्यटक व धार्मिक राजधानी : डॉ. कृष्ण श्योकंद

कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 24 अगस्त : अंतर्राष्ट्रीय जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र में आज एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन संस्था के प्रधान डॉ. कृष्ण श्योकंद के नेतृत्व में किया गया। इसमें कुरुक्षेत्र को विश्व स्तर पर पर्यटन एवं धार्मिक राजधानी बनाने की मांग उठाई गई।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. श्योकंद ने कहा कि जिस प्रकार से कुरुक्षेत्र की पहचान गीता भूमि से है, उसी आधार पर इसे विश्वस्तरीय पहचान प्राप्त है। बावजूद इसके, भारत के अन्य धार्मिक शहरों की तुलना में कुरुक्षेत्र अभी भी पिछड़ा हुआ नज़र आता है।
उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को और मज़बूती से उठाने के लिए आगामी 31 अगस्त को धर्मशाला में कुरुक्षेत्र की सभी धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं की संयुक्त बैठक बुलाई गई है, ताकि राज्य और केंद्र सरकार के समक्ष अपनी आवाज़ बुलंद की जा सके। उनहोंने शहर की सभी सस्थाओं सिविल सोसाइटी प्रबुद्ध लोगों शहर का विकास चाहने वाले सभी जनों से 31अगस्त को होने वाली इस बैठक मे भाग लेने की अपील की उनहोंने कहा की सभी से विचार विमर्श करके एक मजबूत संगठन बना कर इस आवाज को बुलंद किया जा सके।
मुख्य माँगें।
कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थापित किया जाए।
यहाँ से गुजरने वाली सभी रेलगाड़ियों का ठहराव अनिवार्य किया जाए।
कोरोना काल के दौरान घटाई गई रेलगाड़ियों की संख्या को पुनः बढ़ाया जाए।
शहर में धार्मिक स्थलों की भू-माफियाओं से रक्षा सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करने वालों में संत गोपाल दास, गुर्जर धर्मशाला के पूर्व प्रधान ज्ञान सिंह कसाना, पूर्व कुलपति रणपाल सिंह, ऋषभ वत्स, बनी सिंह ढूल शामिल रहे।
कार्यक्रम में संस्था की समस्त कार्यकारिणी हरिकेश बारना, नरेंद्र नैन, होशियार सिंह, जितेंद्र कैंडल, बलिंदर सिंह, मीडिया कोऑर्डिनेटर गुरदीप तंवर, राजेंद्र हथीरा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।