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हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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आजादी के अमृत महोत्सव में जन-जन तक पहुंचेगी श्री गुरु तेग बहादुर जी की बाणी। विश्वविद्यालय ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर आने वाले सिख गुरुओं को लेकर तैयार की बुकलेट।
कुरुक्षेत्र 21 अप्रैल: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से पानीपत की पावन धरा पर 24 अप्रैल को श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400 वां प्रकाशोत्सव धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस प्रकाशोत्सव को लेकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तरफ से एक वीडियो जिंगल तैयार किया गया है। इस वीडियो जिंगल का शीघ्र ही लोकार्पण भी किया जाएगा।
कुलपति सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वें प्रकाशोत्सव में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की युवा पीढ़ी भी शिरकत करेगी। इस तरह के कार्यक्रमों में सरकार का फोकस रहता है कि देश की युवा पीढ़ी इस प्रकार के कार्यक्रमों को अपनी आंखों से देखे और प्रदेश की संस्कृति, संस्कारों और गुरुओं के जीवन से प्रेरणा ले सके। इसी उद्देश्य के साथ ही आजादी के अमृत महोत्सव में प्रदेश सरकार की तरफ से 24 अप्रैल को पानीपत में श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाशोत्सव मनाया जा रहा है। इस प्रकाशोत्सव को लेकर ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संगीत विभाग के विशेष प्रयासों से श्री गुरु तेग बहादुर जी की बाणी और शब्दों को लेकर वीडियो जिंगल तैयार किया गया है। यह वीडियो जिंगल करीब 1 मिनट का है। यह वीडियो जिंगल निश्चित ही जन-जन तक पहुंचेगा और श्री गुरु तेग बहादुर जी की बाणी को सभी लोग सुन पाएंगे।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तरफ से वीडियो जिंगल के साथ-साथ कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर सिख गुरुओं के पहुंचने के इतिहास को लेकर ही एक बुकलेट तैयार की गई है। इस बुकलेट में कुरुक्षेत्र की धरा पर पांव रखने वाले सभी सिख गुरुओं के इतिहास, गुरुद्वारों के चित्र का बारीकी से उल्लेख किया गया है। यह बुकलेट भी युवा पीढ़ी के साथ-साथ आम लोगों के लिए ज्ञानवर्धक होगी। इस बुकलेट के माध्यम से लोगों को यह जानने का अवसर मिलेगा कि किस-किस समय और कौन-कौन से गुरु कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस वीडियो जिंगल और बुकलेट को शीघ्र ही आमजन को समर्पित किया जाएगा।