हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र, 16 मार्च :- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि होली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत और सामाजिक मेल जोल को दर्शाता है। होली का त्यौहार गीले-शिकवे भुला कर मिलजुल कर मनाना चाहिए। वे होली की पूर्व संध्या पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों को होली का बधाई संदेश देते हुए बोल रहे थे।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिस हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है।
कुलपति ने सभी से इको फ्रेंडली होली खेलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि होली पर सभी हर्बल रंगो का प्रयोग करें, होली के पर्व पर बाजारों में केमिकल युक्त रंग धड़ल्ले से बिकते हैं। यह रंग हमारी त्वचा को कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं। अगर आप अपनी त्वचा को हेल्दी रखना चाहते हैं हर्बल कलर का इस्तेमाल करें। उन्होंने अपील की कि प्लास्टिक बैग और गुब्बारे इत्यादि का उपयोग करने से बचें। सूखी होली या फूलों की होली खेलें और पानी को बचाएं। रंगों से खेलते समय जानवरों को नुकसान न पहुंचाए व तेज आवाज में संगीत बजाने से बचें।