कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पर्यावरण अध्ययन संस्थान में ऑनलाइन दाखिले की अंतिम तिथि 16 सितम्बर

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष- 94161-91877
छाया- वीना उमेश गर्ग।

पर्यावरण विषय के विद्यार्थियों के लिए रोजगार की बेहतर संभावनाएं।

कुरुक्षेत्र, 27 अगस्त :- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पर्यावरण संस्थान में प्रवेश प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। वर्तमान में कुवि का पर्यावरण अध्ययन संस्थान एमएससी (पर्यावरण विज्ञान), एमटेक (ऊर्जा और पर्यावरण प्रबंधन) और पीएचडी (पर्यावरण विज्ञान) के पाठ्यक्रम चला रहा है।
पर्यावरण अध्ययन संस्थान की निदेशिका प्रोफेसर स्मिता चौधरी ने बताया कि संस्थान की स्थापना वर्ष 2006 में हुई थी। इस छोटे से कार्यकाल में ही संस्थान ने कई उपलब्धियां अर्जित की है। संस्थान द्वारा संचालित सभी कोर्स विद्यार्थियों को प्रकृति के समीप लाते हैं और उन्हें पर्यावरण से संबंधित समस्याओं के वैज्ञानिक समाधान हेतु कुशल बनाते हैं। जैसे-जैसे मानव स्वास्थ्य व बुनियादी ढांचे पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को प्रत्येक गुजरते वर्ष के साथ बढ़ती तीव्रता के साथ महसूस किया जा रहा है। इस विषय का ज्ञान इसलिए आज अधिक प्रासंगिक हो रहा है । थ्योरी के साथ-साथ इन कोर्स में प्रैक्टिकल पहलुओं व परियोजना आधारित सीख पर भी विशेष जोर दिया जाता है। औद्योगिक इकाईयों, पर्यावरण की महत्ता बताने वाले संरक्षित क्षेत्रों, बायोस्फेयर रिज़र्व, वेट लैंड इत्यादि का दौरा समर ट्रेनिंग व डिजरटेशन पाठ्यक्रम का अभिन्न अंग है।
एमटेक कोर्स के विद्यार्थियों व प्लेसमेंट (राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय) शत-प्रतिशत है। वहीं एमएससी के छात्रों का प्लेसमेंट 90 प्रतिशत से अधिक है। हर वर्ष कई छात्र सफलतापूर्वक सीएसआईआर, यूजीसी नेट, जेआरएफ, गेट, इंसपायर और अन्य ऐसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं को उतीर्ण कर रहे हैं। इसके अलावा, छात्र संस्थान में कोठारी फैलोशिप के तहत् अपनी पीडीएफ शोध कार्य का अनुसरण कर रहे हैं। अन्य विद्यार्थी आईआईटी, आईआईएस, आईआईएसईआर आदि संस्थानों में अपनी शैक्षणिक योग्यता व शोध क्षमता बढ़ाने में कार्यरत हैं व अपने सफल शोध से प्रसिद्धि प्राप्त कर रहे हैं। संस्थान में अन्य राष्ट्र स्तरीय संस्थानों के साथ शोध कार्यो के लिए एमओयू भी स्थापित किए हैं।
एमटेक कोर्स विद्यार्थियों को विभिन्न औद्योगिक इकाईयों, रिन्यूएबल एनर्जी, वेस्ट मैनेजमेंट, एनवायरमेंटल बायोटेक्नोलॉजी, इंपैक्ट एसेसमेंट व एनर्जी इंटेंसिव इंडस्ट्रीज में प्रोजेक्ट मैनेजर, इंजीनियर, एनवायरमेंट ऑफिसर, एनवायरमेंट सेफ्टी ऑफिसर, एनर्जी ऑडिटर, एनर्जी मैनेजर के करियर के अपार अवसर उपलब्ध करवाने में सक्षम है।
एमएससी कोर्स के विद्यार्थी सरकारी व गैर-सरकारी क्षेत्रों व संस्थाओं में साइंटिस्ट/एनालिस्ट/कंसलटेंट जैसे कार्यभार सकुशल संभाल सकते हैं। यह कोर्स विद्यार्थियों के लिए महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों व संस्थानों में शिक्षण व शोध के असीमित अवसर पर उपलब्ध करवाता है।
प्रोफेसर स्मिता चौधरी ने बताया कि संस्थान की अपनी 8 सुव्यवस्थित शोध प्रयोगशालाएं व चार शिक्षण प्रयोगशालाएं हैं। संस्थान में शिक्षण व शोध के लिए सही प्रकार के बुनियादी व आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है। संस्थान के शिक्षक लगातार शोध व शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने में तत्पर हैं। शिक्षकों व शोध छात्रों ने उच्च प्रभाव कारक के साथ अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय ख्याति की पत्रिकाओं में कई शोध प्रकाशित किए हैं।
प्रतिवर्ष संस्थान सेमिनार, प्रसिद्ध शिक्षाविदों के अतिथि व्याख्यान का आयोजन करता है और विभिन्न महत्वपूर्ण दिवस जैसे ओजोन दिवस, पृथ्वी दिवस, पर्यावरण दिवस अंतर्विभागीय गतिविधियों के साथ मनाया आया है। आसपास के गांवों व विद्यालयों में रैलियों, वृक्षारोपण, स्किट आदि सहित पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रमों का नियमित अंतराल पर सफल आयोजन भी संस्थान द्वारा की जाने वाली एक महत्वपूर्ण विस्तार गतिविधि है। अपनी तत्परता और कार्यदक्षता के बल पर संस्थान अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है व भविष्य में भी इस दिशा में अग्रसर रहेगा।
कुवि के लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार पर्यावरण अध्ययन संस्थान के पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन दाखिले की प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू हो चुकी है तथा विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। लोक सम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थी कुवि के पर्यावरण अध्ययन संस्थान की एमएससी की 40 सीटों तथा एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित एमटेक की 18 सीटों में दाखिले के लिए 17 अगस्त से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार विद्यार्थियों की दाखिला सम्बन्धी जानकारी के लिए ऑनलाइन हेल्पडेस्क भी गठित किया गया है। कुवि के लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि विद्यार्थी पर्यावरण अध्ययन संस्थान में एमएससी तथा एमटेक में दाखिले के लिए 16 सितम्बर रात्रि 23ः59 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। डॉ. दीपक राय बब्बर ने ये भी बताया की संबंधित विषयों के पीएचडी दाखिले भी 17 अगस्त से शुरू हो चुके हैं। ऑनलाईन एडमिशन से सम्बन्धित जानकारी के लिए विद्यार्थी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की वेबसाईट से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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