नारी बिना जीवन अधूरा, दुनिया में भारत जैसा कोई देश नहीं और सीआरपीएफ जैसी कोई फोर्स नहीं : डीआईजी नरेन्द्र पॉल।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
केयू में 75 सीआरपीएफ महिला बाइकर्स जवानों का दल पहुंचा, हुआ भव्य स्वागत।
सीआरपीएफ महिला बैंड ने दिया राष्ट्रीय एकता एवं सद्भावना का संदेश।
केयू श्रीमद्भगवद्गीता सदन के प्रांगण में राष्ट्रीय एकता दिवस – एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत कार्यक्रम आयोजित।
कुरुक्षेत्र, 15 अक्टूबर : डीआईजी नरेन्द्र पॉल, ग्रुप सेंटर सीआरपीएफ पिंजौर ने कहा कि नारी के बिना जीवन अधूरा है। नारी जननी, मां, बेटी, बहू, बहन है, नारी शक्ति का प्रतीक है। हमें नारी का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत जैसा कोई देश नहीं और सीआरपीएफ जैसी कोई फोर्स नहीं। वे रविवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भगवदगीता सदन के प्रांगण में राष्ट्रीय एकता दिवस- एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत् ग्रुप सेंटर सीआरपीएफ पिंजौर, छात्र कल्याण अधिष्ठाता व केयू स्पोर्टस विभाग की ओर से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश को लेकर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सरदार पोस्ट की वीर गाथा से सम्बन्धित सीआरपीएफ की लघु फिल्म भी दिखाई गई।
डीआईजी नरेन्द्र पॉल ने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे हैं। महिलाएं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सांसद, विधायक, सरपंच, पायलट, सहित हर क्षेत्र में अग्रणी रहकर देश में विकास में अहम योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2001 में संसद में हुए हमले में सीआरपीएफ की महिला जवान कमलेश कुमारी ने शहादत देकर देश का गौरव बढ़ाया था। इसके लिए उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्होंने बताया कि श्रीनगर, शिलांग एवं कन्याकुमारी से महिला बटालियन का दल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर एकता नगर, गुजरात में पंहुचेगा।
केयू छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम की संयोजिका प्रो. शुचिस्मिता ने डीआईजी नरेन्द्र पॉल, कमांडेट आफिसर मनोज कुमार, परमाल सिंह, सीआरपीएफ महिला बैंड, बाइकर्स दल का स्वागत करते हुए कहा कि नारी शक्ति का स्वरूप है। नारी अपने परिवार को छोड़कर देश के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रही है।
केयू खेल निदेशक व कार्यक्रम के सह-संयोजक डॉ. राजेश सोबती ने कहा कि वास्तव में नारी शक्ति का ही दूसरा नाम है। जब वे एकत्रित होती हैं तो वे देश की एकता व अखंडता को बनाने में अहम् भागीदारी निभाती हैं।
सीआरपीएफ से आफिसर नीरज कुमार ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि सीआरपीएफ का दल 3 अक्टूबर को श्रीनगर के लाल चौक से चलकर आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रांगण में पहुंचा है। सीआरपीएफ बाईकर्स दल की लीडर तारा यादव ने अपने 38 वर्ष के अनुभव को सांझा किया। इसके साथ ही सीआरपीएफ महिला जवान अनिका व संजू ने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दिए।
मंच का संचालन विधि विभाग की छात्रा उपासना ने किया।
इस अवसर पर केयू छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम की संयोजिका प्रो. शुचिस्मिता, खेल निदेशक डॉ. राजेश सोबती, महिला चीफ वार्डन प्रो. नीलम ढांडा, प्रो. अनुरेखा शर्मा, मुख्य सुरक्षा अधिकारी प्रो. अनिल गुप्ता, लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ. मीनाक्षी सुहाग, डॉ. राजकमल, कमांडेंट ऑफिसर मनोज कुमार, परमाल सिंह सहित एनसीसी, यूथ रेड क्रॉस स्वयंसेवक सहित विद्यार्थी मौजूद थे।
सीआरपीएफ महिला बैंड ने देशभक्ति की धुन पर दी शानदार प्रस्तुति।
रविवार को श्रीमद्भगवद् गीता सदन के प्रांगण में सीआरपीएफ महिला बैंड के 19 सदस्य महिला दल ने देशभक्ति की धुन पर राष्ट्रीय एकता एवं सद्भावना का संदेश दिया। इस दल का नेतृत्व सीआरपीएफ इंस्पेक्टर व केयू एल्यूमनी दर्शना कुमारी ने किया। उन्होंने सभी से महिलाओं को सशक्त करने के लिए एकजुट होकर सहयोग करने का आह्वान किया।