वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जयराम विद्यापीठ में गुप्त नवरात्र के दूसरे दिन सर्व जन कल्याण के लिए ब्रह्मचारियों ने किया दुर्गा सप्तशती पाठ।
कुरुक्षेत्र, 7 जुलाई : श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से श्री जयराम विद्यापीठ में हर क्षण आध्यात्म एवं मंत्र जाप की ध्वनि गूंजती रहती है। रविवार को भी गुप्त नवरात्रों के चलते विद्यापीठ में करनाल से आए यजमान संदीप गुप्ता ने परिवार के साथ श्री रामेश्वर महादेव मंदिर मे महामृत्युंजय जाप अनुष्ठान प्रारंभ किया। यह मंत्र जाप अनुष्ठान प. पंकज पुजारी ने पूरे विधि विधान से प्रारंभ करवाया। इसे पहले मंदिर के शिवलिंग पर अभिषेक व पूजन किया गया। यजमान परिवार के साथ सतीश गर्ग भी पूजन व अभिषेक मे शामिल हुए। मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि इसी के साथ गुप्त नवरात्र के अवसर पर सर्व जन कल्याण एवं विश्व शांति के लिए निरंतर पूजन भी चल रहा है। गुप्त नवरात्र के दूसरे दिन देवी तारा आराधना की गई। ब्रह्मचारियों ने सर्व जन कल्याण की भावना से दुर्गा सप्तशती पाठ किया। प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज ने बताया कि धर्म को मानने वाले तथा मां के भक्तों के लिए नवरात्रों की विशेष अहमियत होती है। गुप्त नवरात्र में 10 महाविद्या की पूजा की जाती है। इन नवरात्र में विशेषकर शक्ति साधना, तांत्रिक क्रियाएं, मंत्रों को साधने जैसे कार्य किए जाते हैं।
विद्यापीठ में पूजन करते हुए।