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धर्म रक्षा की प्रेरणा भी पूजा के साथ मिलती है : महंत राजेंद्र पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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हिंदुओं को बदलना होगा चलन : महंत राजेंद्र पुरी।
कुरुक्षेत्र, 19 दिसम्बर : कुरुक्षेत्र के जग ज्योति दरबार बिजड पुर में महंत राजेंद्र पुरी ने सत्संग में श्रद्धालुओं से कहा कि आने वाला कल मुश्किल होने वाला है। विशेष कर हिंदू लोगों के लिए संदेश देते हुए कहा कि हमारे समाज में एक बेटे या सिर्फ एक बच्चे को पैदा करने का जो चलन है, वो आने वाले के समय में बहुत बड़ा खतरा बनने जा रहा है। ऐसे ही चलता रहा तो वो दिन दूर नही जब हिंदुओं को अपने ही अस्तित्व की रक्षा करना मुश्किल हो सकता है तथा सत्ता भी अन्य के अधीन हो सकती है। परिवार में सबसे पहले दो बच्चे होने जरूरी हैं। आज के समाज की मानसिकता ऐसी हो गई है कि बच्चा एक ही अच्छा। परंतु दूर की सोच रखने की प्रेरणा देते हुए महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत पड़ने वाली है। हमारी ये सोच कि बेरोजगारी ज्यादा है, जमीदार का ये सोचना कि जमीन का बंटवारा हो जायेगा परन्तु महंत ने कहा कि जब देश ही न रहा और राज व सत्ता बदल गई तो न जमीन रहेगी, न घर, दुश्मन तैयारी कर रहे हैं। अपने हक के लिए देश के लिए हिंदुत्व के लिए हिंदू होने चाहिए। तभी सनातन की रक्षा होगी। महंत राजेंद्र पुरी ने अपने संदेश में कहा कि हिन्दुओं को अच्छा खान पान करने के साथ नशों से दूर रहना होगा। हमारे देवी देवताओं के मंदिर में हम पूजा करने जाते है तो स्वयं की रक्षा की कामना करते हैं। धर्म की रक्षा की प्रेरणा भी पूजा के साथ मिलती है। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि हर हिन्दू समझ ले कि सनातन वैदिक राष्ट्र के निर्माण के बिना अब सनातन धर्म का कोई भविष्य नहीं है। अगर हिन्दुओं की यह अंतिम शरणस्थली भी उनसे छीन गई तो हिन्दुओं का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। धर्म और अधर्म की लड़ाई शाश्वत है परन्तु धर्म कभी भी अधर्म से पराजित नही हो सकता। दुष्ट राक्षस जब मानवता पर अत्याचार करते हैं तो वो परमपिता परमात्मा की सर्वव्यापी और सार्वभौमिक सत्ता को भूल जाते हैं। इसलिए अपने सब संशय त्याग कर धर्म की रक्षा के लिये सब कुछ बलिदान करने के लिये तैयार रहना ही चाहिए।
सत्संग करते महंत राजेंद्र पुरी एवं श्रद्धालु