विदेशी धरती पर भी सनातन धर्म एवं श्रीमद भगवत गीता के मार्ग पर चलने वाले बहुत अधिक श्रद्धालु : महंत राजेंद्र पुरी।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जग ज्योति दरबार कुरुक्षेत्र के महंत राजेंद्र पुरी कर रहे हैं जर्मनी व अन्य देशों में सनातन धर्म प्रचार।
कुरुक्षेत्र, 7 अक्तूबर : धर्मनगरी एवं तीर्थों की संगम स्थली कुरुक्षेत्र के जग ज्योति दरबार से महंत राजेंद्र पुरी सनातन धर्म और हिन्दुओं को जागृत के लिए आजकल विदेश दौरे पर हैं। महंत राजेंद्र पुरी जर्मनी पहुंच कर फ्रैंकफर्ट और लक्जमबर्ग में लगातार सनातन के प्रचार और प्रसार के लिए सत्संग एवं संकीर्तन कर रहे हैं। जर्मनी में हुए स्वागत पर उन्होंने कहा कि विदेशी धरती पर भी सनातन धर्म एवं श्रीमद भगवत गीता के मार्ग पर चलने वाले बहुत अधिक श्रद्धालु हैं।
जर्मनी के फ्रैंकफर्ट और लक्जमबर्ग में सत्संग के अवसर पर उन्होंने हिन्दुओं को जागृत करने के उद्देश्य भारत वर्ष व आध्यात्मिक संस्कृति की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने भारतीय संस्कारों, परंपराओं, खानपान, बच्चों को पारंपरिक वेशभूषा इत्यादि की विस्तृत जानकारी दी। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि विदेश की धरती पर भी सनातन धर्म और भक्ति को मानने वाले बहुत लोग हैं। हालांकि आज विदेशी धरती पर सनातन धर्म की आवाज पहुँचाने और सनातन धर्म के मूल सिद्धांतों से अवगत करवाना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि दुष्प्रचार के कारण सनातन धर्म के मानने वालों का धैर्य एकदम टूटने की कगार पर आ चुका है। हमारे धैर्य और सहनशीलता को हमारी कमजोरी मान लिया गया है।अब यह बताने का समय है, कि हम अपने धर्म के लिए मर मिटने के लिये तैयार हैं। अब संत हिन्दू समाज को श्रीमद्भगवद्गीता के मार्ग पर ले चलेंगे।
महंत राजेंद्र पुरी ने जर्मनी में गीता की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सनातन की जानकारी और जीवन को सही राह सिर्फ गीता ज्ञान दे सकता है। सनातन धर्म की रक्षा और प्रचार प्रसार के कार्य जग ज्योति दरबार द्वारा लगातार जारी रहेंगे। जर्मनी में थॉमस (गोपाला), नील्स (मोहन), नाटास्का, ओक्साना, मोहिनी, राधिका व दलीप इत्यादि ने श्रद्धा से स्वागत किया।
जर्मनी के गोलोक धाम में बच्चों के साथ महंत राजेंद्र पुरी एवं सत्संग करते हुए महंत राजेंद्र पुरी।