वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
पूजा के दौरान ध्यान और चिंतन का अभ्यास होता है।
कुरुक्षेत्र, 12 जुलाई : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने सनातन में पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि जीवन में पूजा का महत्वपूर्ण स्थान है। पूजा को धार्मिकता के साथ-साथ आध्यात्मिक एवं सामाजिक अनुष्ठान के रूप में देखा जाता है। पूजा ध्यान, समर्पण, और आदर्शों को बढ़ावा देती है। उन्होंने बताया कि पूजा से व्यक्ति का आत्मविश्वास और भक्ति में वृद्धि होती है। पूजा में समर्पण की भावना व्यक्ति को आत्मा के साथ संवाद में ले जाती है। पूजा के दौरान ध्यान और चिंतन का अभ्यास होता है जो आत्मा को शांति और सुख देता है। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि सनातन धर्म के अनुसार पूजा में समर्पण की भावना आत्मा को धार्मिक साधना के माध्यम से प्राप्त होती है। पूजा व्यक्ति को आध्यात्मिक सामर्थ्य का विकास करती है, जो उसे जीवन के समस्याओं का सामना करने में मदद करता है। पूजा में निरंतरता से समर्पण की भावना व्यक्ति की धर्मनिष्ठा को बढ़ाती है और उसका आत्मविश्वास मजबूत करती है।
महंत राजेंद्र पुरी।