सनातनी और धर्म को मानने वालों का अच्छा समय आने वाला है : महंत राजेंद्र पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
नवरात्र मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों की पूजा का समय : महंत राजेंद्र पुरी।
कुरुक्षेत्र, 15 मार्च : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने धर्म प्रचार कार्यक्रम के दौरान दर्जनों गांवों में श्रद्धालुओं से मुलाकात की। उन्होंने धर्म प्रचार कार्यक्रम के दौरान आगामी नवरात्रों की तैयारी के संबंध में संदेश देते हुए कहा कि मां भगवती के नवरात्रों में सभी को अपने अपने घरों में माता की ज्योत जरूर प्रज्वलित चाहिए। यह महीना हिन्दुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नव संवत की शुरुआत के साथ मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों की पूजा का समय है। इस समय में हर सनातनी को अपने घर एवं क्षेत्रों में साफ सफाई का ध्यान रखने के साथ साथ जितना हो सके अपने मिलने वाले को जय माता की, जय श्री राम कहकर संबोधन करना चाहिए।
महंत राजेंद्र पुरी ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि जो साथी गांव छोड़कर शहरों की तरफ जा रहे हैं, उनके लिए यह शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने बताया कि आज भी गांवों में संयुक्त परिवारों के कारण ही एक साथ बैठ कर बातचीत करने के लिए चौपाल, देसी खाना और संस्कार देखने को मिलते हैं।
महंत राजेंद्र पुरी बताया कि जग ज्योति दरबार में हमेशा धर्म को मानने वाले और समाज कल्याण की भावना से कार्य करने वाले हर इंसान का सम्मान होता है। चाहे कोई समाजसेवी या राजनेता हो सभी का धार्मिक संस्थान में हार्दिक स्वागत है। कार्यक्रमों के दौरान लोगों ने मंशा जताई कि महंत राजेंद्र पुरी को स्वयं भी राजनीति में भाग लेना चाहिए। जग ज्योति दरबार की सोच और सनातन का प्रचार करने की विचारधारा को आगे लाने के लिए क्षेत्र को राजनीति में भी धर्म को मानने वाले इंसान की जरूरत है।
महंत ने कहा कि चाहे धर्म हो, समाज कल्याण के कार्य हों अथवा राजनीति हो, जग ज्योति दरबार हमेशा जनकल्याण के लिए तैयार है। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा की नवरात्रों में मां भगवती की पूजा करो तथा अपने धर्म की रक्षा हेतु हमेशा तत्पर रहो। साथ ही खुद को जागरूक रखो। भविष्य में हर सनातनी और धर्म को मानने वाले का अच्छा शुभ समय आने वाला है।
कार्यक्रमों में नरेंद्र मेहरा, रोहित मलिक, बंटी लाडवा, चितवंत सिंह, सुरेंद्र सिंह, जय सिंह, गुरनेक सिंह थाडोली व दरबार के सेवक राजकुमार आदि मौजूद रहे।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी श्रद्धालुओं के साथ।