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फिरोजपुर 19 मई {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा सामुदायिक भवन,अर्की में 20 मई से 26 मई तक श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। जिसका समय प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक रहेगा। कथा के उपलक्ष्य में मंगल कलश यात्रा का आयोजन किया गया। कलश यात्रा से पूर्व विधिवत् पूजन किया गया, जिसमें राजपरिवार अर्की की पुत्रवधु मयूराक्षी सिंह एवं युधिष्ठिर जिन्दल ने परिवार सहित विशेष रुप से हिस्सा लिया।कलश यात्रा के महत्व को बताते हुए श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी गार्गी भारती जी ने कहा कि कलश के अग्रभाग में देवताओं का निवास होता है। दूसरा, यह हमारे मानव मस्तिष्क का भी प्रतीक है। जिसमें अमृत का कुंड स्वीकार किया गया है। कलश यात्रा हमें निमंत्रण देती है कि आओ अपने मानव तन में ही परमात्मा का दीदार प्राप्त करो। यही हमारे जीवन का लक्ष्य है। कलश यात्रा का शुभारम्भ राजपरिवार अर्की की पुत्रवधु मयूराक्षी सिंह, पार्षद भारती वर्मा, पण्डित नागेश जी,पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष हेमेन्द्र गुप्ता एवं सन्त समाज ने भगवा ध्वज लहराकर किया। कलश यात्रा में 108 सौभाग्यवती महिलाओं ने हिस्सा लिया और प्रभु के आशीर्वाद को प्राप्त किया। यात्रा में रामलीला क्लब के सदस्यों और महिला संकीर्तन मण्डल अर्की की माताओं बहनों ने भजनों का गायन किया।युवाओं द्वारा हाथों में नशा मुक्ति का सन्देश देते स्लोगन पकड़कर, समाज को जागरूक किया गया। अन्य श्रद्धालुओं के हाथ में भगवे रंग के झंडे पकड़े हुए थे।श्रद्धालुओं द्वारा सनातन धर्म के बुलन्द जयघोष लगाए जा रहे थे जिससे सारा वातावरण प्रभु भगति के रंग में रंग गया।सारा शहर इस यात्रा की भव्यता में लीन हो मानो श्री कृष्णमय हो गया।कलश यात्रा श्री लक्ष्मी नारायण मन्दिर से चलकर मुख्य मार्गों से होते हुए कथा स्थल पर जाकर समाप्त हुई। शोभा यात्रा के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया। यात्रा के दौरान चमन ठाकुर, मदन गर्ग, अनिल गुप्ता और परमिंदर ठाकुर ने यात्रा का पुष्पवर्षा से स्वागत किया एवम् सभी भगतों के लिए प्रशाद, शर्बत और जूस की व्यवस्था भी की। कलश यात्रा के समापन पर सारी संगत के लिए देवधार मन्दिर समिति अर्की द्वारा भंडारे का प्रबन्ध किया गया।संस्थान की ओर से स्वामी धीरानंद जी, पण्डित राम तिवारी जी,साध्वी गार्गी भारती,साध्वी कंचन भारती,साध्वी सर्वा भारती, साध्वी श्वेता भारती और साध्वी नेहा जी ने भी हिस्सा लिया।