केयू के महिला अध्ययन शोध केन्द्र द्वारा गांव मिर्जापुर में मेडिकल जांच व पोषण जागरूकता शिविर आयोजित

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877

डा.आशीष अनेजा का प्रयास हर जरूरतमंद को चिकित्सा का लाभ मिले।
जरूरतमंद के काम आना ही मनुष्यायोनी में जन्म लेना सार्थक होता है डा. आशीष अनेजा।

कुरुक्षेत्र, 30 अप्रैल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन शोध केन्द्र द्वारा शनि अमावस्या पर्व पर गांव मिर्जापुर में ग्रामीण महिलाओं के लिए मेडिकल जॉंच एवं पोषण जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला की कड़ी में आयोजित किया गया था, जिसे युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की डीन अकेडमिक अफेयर प्रो. मंजुला चौधरी की अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहे के लिए प्रेरित किया ताकि स्वास्थ्य संबंधी छोटी समस्या का समय रहते उपचार किया जा सके तथा इसे गंभीर होने से रोका जा सके। महिलाएं स्वभावतः अपनी शारीरिक समस्याओं को छिपा लेती हैं या बताने में देर कर देती हें, जिसके परिणाम कई बार जानलेवा हो जाते हैं।
इस शिविर में एलएनजेपी अस्पताल से डॉ. आरती तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष अनेजा ने महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याएं सुनी तथा ब्लड टैस्ट के माध्यम से स्वास्थ्य की जांच की। इसके अलावा महिलाओं को दवाईयॉं भी वितरित की गई।
डॉ. आरती नें महिलाओं को स्त्री रोगों की जानकारी दी तथा समय-समय पर स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता समझाई। उन्होंने स्तन कैंसर के लक्षणों तथा स्वयं की जा सकने वाली जांच के बारे में बताया।
केन्द्र की निदेशिका प्रो. अनिता दुआ ने सन्तुलित आहार तथा पोषण के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि महिलाएं घर के कामों को पूरा करने के चक्कर में अपने स्वास्थ्य की कई बार अवहेलना कर जाती हैं। महिलाओं की शारीरिक आवश्यकताएं पुरुषों से थोड़ा भिन्न होती हैं, इसलिए स्वस्थ रहने हेतु हरी पत्तेदार सब्जियां, स्थानीय फल, दालें व अनाज सभी को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। अंकुरित अनाज का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि यदि थोड़ी-थोड़ी मात्रा में यह रोज लिया जाये तो यह शरीर की पोषण संबंधी कई कमियों को दूर करता है।
इस शिविर में गांव की लगभग 80 महिलाओं एवं लड़कियों ने स्वास्थ्य जांच करवाई। डॉ. आशीष अनेजा के साथ उनकी टीम के सदस्य अमित नोटियाल, सुनील, अनिल कुमार, नीरज ने महिलाओं के रक्त, बीपी तथा नसों की जांच की। इस अवसर पर केन्द्र की उपनिदेशिका प्रो. वनिता ढीगरा, डॉ. वंदना दवे, अंजु, सिलाई एवं कढ़ाई केन्द्र की इन्सट्रक्टर आरती उपस्थित रही।

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