आजमगढ़ 16 जुलाई– मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में भूजल सप्ताह (16-22 जुलाई तक) गोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जल को दूषित होने से बचाने की आवश्यकता है तथा पुराने जल स्रोतों का जीर्णोधार किया जाये। दिनांक 22 मार्च 2021 को विश्व जल दिवस के अवसर पर मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा इस वर्ष जल संचयन अभियान की शुरूआत जल शक्ति अभियान की थीम को अमल में लाने हेतु बच्चों को बीएसए के माध्यम से जोड़े जाने हेतु बल दिया।
आनन्द प्रकाश, हाइड्रोलॉजिस्ट, भूगर्भ जल विभाग, खण्ड- आजमगढ़ द्वारा बताया गया कि उ0प्र0 शासन के आदेशानुसार विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी भूजल सप्ताह का आयोजन (16-22 जुलाई तक) किया जा रहा है। जिसका मुख्य विचार बिन्दु “जल संरक्षण है एक संकल्प नहीं है इसका कोई विकल्प“ रखा गया है। आनन्द प्रकाश द्वारा बताया गया कि उक्त आयोजन में जन-जागरूकता के साथ जनमानस का सहयोग अपेक्षित है, साथ ही विभाग के तकनीकी तथ्यों का विस्तार से वर्णन किया।
राजकीय पॉलीटेक्निक के ई0 कुलभूषण सिंह द्वारा विडियो क्लीप के माध्यम से प्राजेक्टर पर जल संरक्षण एवं जल संचयन के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए गोष्ठी के इस मूल उद्देश्य जनजागरण पर जोर दिया। तत्पश्चात् गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए राशिद अली, अवर अभियन्ता, भूगर्भ जल विभाग, खण्ड आजमगढ़ द्वारा जनपद के 22 ब्लाकों के भूजल स्तर के बारे में चर्चा किया तथा अवगत कराया गया कि जनपद के 22 ब्लाकों में से 20 ब्लाक सुरक्षित एवं शेष 02 ब्लाक सेमी क्रिटिकल जोन में आते हैं।
इस गोष्ठी में रविशंकर राय जिला विकास अधिकारी, सुधाकर सिंह सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई विभाग, जनपद के खण्ड विकास अधिकारीगण तथा जिला भूजल प्रबन्धन के नामित सदस्य, स्वयं सेवी संस्थान के प्रतिनिधि एवं भूगर्भ जल विभाग के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।