अमृत वेले दो प्रभात फेरीओं का मिलन संतो के अनुसार शुभ संकेत होता है
फ़िरोज़पुर अमृत वेले हरिसनंकीर्तन करते भक्तो का आलौकिक दृश्य
फ़िरोज़पुर 27 दिसम्बर [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता ]:-
जहाँ अज्ञानता गन्दी राजनीतिओं अपने निजीस्वार्थो के चलते लोग दिन रात धरने लगा, विद्रोह कर अपना अमोलक जीवन गवा रहे है। हर तरफ़ नशा लूट झपट बेईमानी का बोल बाला है, वही एक आत्मज्ञानी व्यक्ति अपने जीवन के मूल्य को जानता एक एक स्वास को वर्थ नहीं जाने देता, ऐसे समय में पंजाब फ़िरोज़पुर की एक धार्मिक संस्था के सदस्य रोज़ सुबह अमृत वेले जाग कर जनसमाज को जाग्रत कर भजन सत्संग करते हैं। हमारे देश की सुन्दरता हैँ ज़ब दो प्रभातफैरियां राम नाम का जाप करते आपस में मिले दृश्य देखने वाला था सभी भक्त एक दूसरे को प्रेम भाव से नतमस्तक होते दिखे एक दूसरे को प्रशाद बाटते दिखे यही हमारे भारत वर्ष की सुन्दरता है। संस्थापक सचिन नारंग ने विचार रखते कहा
भोजन से तृप्ति नहीं होने वाली, आत्मा की तृप्ति सिमरण से होंगी नाम संकीर्तन प्रभु भक्ति से होंगी, मानव तन शरीर तो आत्रप्त ही रहेगा टनो टन हम खा चुके है, आगे खाना है, रात खाओ सुबह फ़िर भूखे, प्रभातफेरी में महंत नरायण दास पाली, गतीन्द्र कमल, विपर बन्धु, मनमोहन सयाल, गुलशन चावला, अरुण नन्दा, लोकेश तलवाड़,अशोक चावला, सुषमा चावला, संजीव कशिश वंशिका चावला, राकेश दीपिका भूमिक चावला, अंशुमन पूजा मोंगा, ध्रुवि, आदित्य, उपेन्द्र रजनी कक्कड़, मनोज खट्टर, सोनू खट्टर, वीरपाल, सुबोध ठाकुर, लोकेश तलवार, हेमन्त स्याल, शीला, जीवन, जस्सी,अन्य मात्रशक्ति उपस्थित थी।