आजमगढ़।
आजमगढ़ जनपद के मेहनगर तहसील में तहसीलदार पद पर तैनात वर्तमान तहसीलदार चमन सिंह द्वारा का पद भ्रष्ट कार्यप्रणाली को लेकर जहां वाद कारी न्याय पाने से वंचित रह जा रहें हैं वहीं जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के नाम पर भी तहसीलदार चमन सिंह द्वारा वसूली किये जाने का मामला प्रकाश में आ रहा हैं। जिसको लेकर पीड़ितों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुच कर तहसीलदार के विरुद्ध जांच करा कर कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मेहनगर तहसीलदार चमन सिंह द्वारा बड़े पैमाने पर तहसीलदार न्यायालय की पत्रावली यों में मोटी रकम लेकर मनमाना आदेश धड़ल्ले से किया जा रहा हैं। तहसीलदार चमन सिंह के इस प्रकार की कार्यप्रणाली से जहां पीड़ित न्याय पाने से वंचित रह जा रहें हैं वहीं भू माफिया तहसीलदार को मोटी रकम देकर अपने हक में आदेश करा रहे हैं।
मेहनगर कस्बा निवासी त्रिवेणी जयसवाल ने बताया कि तहसीलदार चमन सिंह खारिज दाखिल करने के नाम पर 20 हजार रुपए ले रहे हैं जो 20 हजार रुपया नहीं देता है उसकी पत्रावली को खारिज कर दिया जा रहा हैं। वहीं करनेहुआ निवासी जगदीश प्रसाद ने बताया कि वर्तमान तहसीलदार चमन सिंह द्वारा बिना सुने व बिना जांचे परखे ही हमारे जमीन को विपक्षियों से मोटी रकम लेकर हमारे जमीन पर अवैध कब्जा करा दिया गया हैं जबकि उक्त जमीन पर दिवानी न्यायालय में मामला विचाराधीन होने के वाद भी तहसीलदार चमन सिंह द्वारा ऐसा किया गया हैं।
करौती निवासी रविंद्र चौबे ने कहा कि मेहनगर तहसीलदार चमन सिंह के कारण पुरी तहसील इन दिनों भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया हैं पैसे के बल पर ही न्याय हो रहा हैं जिसके पास पैसा नहीं है वह पीड़ित न्याय पाने से वंचित रह जा रहा हैं जिसकी जांच आवश्यक हैं।
जिलाधिकारी महोदय के यहां तहसीलदार के विरुद्ध कई शिकायत पत्र दिया गया हैं लेकिन तहसीलदार चमन सिंह के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गयी हैं जिसके चलते मेहनगर तहसील भ्रष्टाचार का गढ़ बना हुआ है।