शिक्षा प्रेरकों ने सरकार द्वारा अनदेखी की निन्दा की।
मानेन्द्र बहादुर सिंह मिर्जापुर।
जनपद के हलिया क्षेत्र के खुटहा ग्राम में अपनी मांगों को लेकर शिक्षा प्रेरकों ने बैठक की और सरकार पर उनकी अनदेखी किए जाने का आरोप लगाया ।
बैठक में उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में हर ग्राम पंचायत में 2 शिक्षा प्रेरकों की नियुक्ति 15 से 45 वर्ष के लोगों को साक्षर करने के लिए की गई थी। जिसमें प्रेरकों द्वारा सरकार के दिए गए दिशा निर्देशों के आधार पर कार्य किया जा रहा था। लोगों को साक्षर बनाने का कार्य हो अथवा बीएलओ ड्यूटी, जनगणना या ODF का कार्य हो उसे तन मन अर्पित करके सक्रियता के साथ कार्य किया लेकिन 31 मार्च सन 2018 को बिना किसी सूचना के प्रेरकों की संविदा को समाप्त कर दिया गया और 22 माह का बकाया मानदेय भी नहीं दिया गया। प्रेरकों द्वारा आला अफसरों को बार-बार मानदेय के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन आज तक बकाया मानदेय का भुगतान नहीं किया गया जिससे समस्त शिक्षा प्रेरक सरकार के रवैया से असंतुष्ट होकर माननीय उच्च न्यायालय की शरण में जाने के लिए मजबूर हो गए हैं।
आज की बैठक में अध्यक्ष जयप्रकाश कश्यप, उपाध्यक्ष नीतू चौरसिया, मीडिया प्रभारी मानेन्द्र बहादुर सिंह, दयाशंकर चौरसिया, समर बहादुर, जगदीश प्रसाद, हरि शंकर, राजेश, महेंद्र प्रसाद तिवारी, महेंद्र गुप्ता, विमलेश देवी संतरा देवी व अन्य प्रमुख लोग मौजूद रहे।