20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार विद्युत निगम के अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया
पूर्वांचल ब्यूरो
चुनार में बीते मंगलवार को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार विद्युत निगम के अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। विद्युत मंडल मिर्जापुर के अधीक्षण अभियंता की तरफ से यह कार्रवाई की गई है।
विद्युत उपभोक्ता से जुर्माने की राशि कम करने के नाम पर मंगलवार को रिश्वत लेते अवर अभियंता को उसके कार्यालय से एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया था। इसके बाद टीम ने अवर अभियंता को चुनार कोतवाली लाकर पुलिस को सुपुर्द भी किया था। यह जानकारी होने के बाद विद्युत विभाग ने आरोपी अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। अधीक्षण अभियंता रामबुझारत ने बताया कि नियमानुसार अवर अभियंता को निलंबित कर उसे पड़री उपकेंद्र से संबद्ध किया गया है।
चुनार थाना क्षेत्र के खम्हवा जंमती गांव निवासी शिकायतकर्ता सुरेश कुमार सिंह ने आरोप लगाया था कि आटा चक्की संचालित करने के लिए अवर अभियंता से बात की गई थी। जिस पर 45000 रुपये लेकर 10 जून को 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाकर कनेक्शन कर दिया गया। इसके बाद कनेक्शन के बाबत आवेदन करने के लिए कहा गया। जिस पर 16 जून को ऑनलाइन आवेदन किया गया।
आरोप है कि आवेदन पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर 35000 रुपये की मांग अवर अभियंता की तरफ से की गई। मांग पूरी न करने पर 20 जून को विभाग की तरफ से अनाधिकृत रूप से बिजली का उपभोग करने के आरोप में 1216996 रुपये का जुर्माना लगाकर नोटिस थमा दिया गया। आरोप है कि जब जुर्माने की धनराशि कम करने के लिए कहा गया तो अवर अभियंता द्वारा शिकायतकर्ता को परेशान किया जाने लगा। इससे परेशान होकर उपभोक्ता ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन वाराणसी इकाई से की। मंगलवार को दोपहर में शिकायतकर्ता रिश्वत के नाम पर मांगी गयी धनराशि लेकर पहुंचा और अवर अभियंता अजय कुमार दूबे को दिया। इसी दौरान टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया था।