अनुपम श्रीवास्तव l
मिर्जापुर जनपद के विंध्याचल क्षेत्र में विंध्य कॉरिडोर का काम जल्द ही फिर से शुरू होने वाला है. विंध्य के विकास का कॉरिडोर उम्मीद है कि, 2022 के शारदीय नवरात्र तक अपने पूर्ण रूप में दिखेगा, लेकिन नवमी दर्शन के दिन बदलाव जनता महसूस करती दिखी.
गंगा किनारे मौजूद मां विंध्यवासिनी का धाम, देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से भक्त यहां मत्था टेकने आते हैं, लेकिन यहां की तंग गालियां जो कि कभी थी व्यवस्था को मुंह चिढाती थी, आज वो खत्म हो चुकी हैं. मिर्जापुर प्रशासन ने 500 मकान खरीदकर उनका ध्वस्तीकरण किया और अब 50 फीट की रोड मन्दिर तक जा रही है.
आपको बता दें कि, विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के बाद विंध्य कॉरिडोर सरकार का बड़ा सपना है. मंदिर परकोटा अष्ट कोणीय बनेगा और इसके साथ ही तिरुपति बालाजी के तर्ज पर मुंडन संस्कार के लिए हाल बनेगा. यज्ञशाला और ध्यान केंद्र भी परिसर में होगा. पानी, लाइट की व्यवस्था होगी. इसके साथ ही परिसर तक आने के लिए बैटरी रिक्शा चलाये जाएंगे. मिर्जापुर कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्र की माने तो, कोरोना काल में बन्द हुआ विंध्य कॉरिडोर का काम पूर्णिमा के बाद कार्य फिर से शुरू किया जाएगा.