फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट वितरित

फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट वितरित

शुरुआती दिनों में पहचान से रोग पर प्रभावी नियंत्रण संभव
फाइलेरिया मरीजों के प्रभावित अंग की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी

अररिया, 19 सितंबर ।

स्वास्थ्य विभाग फाइलेरिया रोग नियंत्रण संबंधी उपायों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए गंभीर है। फाइलेरिया यानी हाथी पांव के मरीजों के लिये प्रभावित अंगों की विशेष साफ-सफाई व आवश्यक उपचार जरूरी होता है। बेहतर देखभाल से फाइलेरिया संक्रमण को गंभीर होने से रोका जा सकता है। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक पहल की जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार को रानीगंज पीएचसी में फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण किया गया। इस क्रम में रोगियों को रोग से बचाव सहित रोगगस्त अंगों के देखभाल के विशेष तौर-तरीकों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में एमओआईसी रानीगंज डॉ संजय कुमार, बीएचएम प्रेरणा रानी वर्मा, बीसीएम डोली सिंह, वीबीडीसी पंकज कुमार, सीएफएआर के संजीव कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।

प्रभावित अंगों की सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी

एमओआईसी रानीगंज डॉ संजय कुमार ने बताया कि फाइलेरिया ग्रसित व्यक्तियों के हाथ-पांव में सूजन या फिर अंडकोष में सूजन की समस्या होती है। अंडकोष में सूजन की समस्या ऑपरेशन के जरिये ठीक हो सकता है। लेकिन शरीर के किसी अन्य अंग के रोग ग्रस्त होने से इसका समुचित इलाज मुश्किल होता है। इसलिये रोगियों को प्रभावित अंगों के विशेष देखभाल के लिये जागरूक व प्रेरित किया जाता है। फाइलेरिया प्रभावित अंगों की सफाई में स्वच्छ पानी का इस्तेमाल किया जाना चाहिये। प्रभावित अंगों की सफाई के लिये रोगियों को एमएमडीपी किट सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। रोग से बचाव को लेकर सरकार द्वारा हर साल डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा के लिये सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम संचालित किया जाता है। ताकि रोग से आम लोगों का बचाव संभव हो सके। कार्यक्रम में कुल 11 मरीजों के बीच एमएमडीपी किट वितरित की गयी ।

सघन अभियान चलाकर हो रही रोगियों की खोज

बीएचएम प्रेरणा रानी वर्मा ने बताया कि मरीजों तक जरूरी चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। संभावित मरीजों की खोज के लिये केयर इंडिया व सीएफएआर जैसे स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्थाओं की मदद ली जा रही है। सरकार द्वारा मरीजों को नि:शुल्क दवाएं सहित विशेष चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चिह्नित कुल 11 मरीजों के बीच एमएमडीपी किट वितरित किया गया है। किट में टब, मग, तौलिया, साबुन सहित अन्य सामग्री शामिल है ।

रोगियों तक चिकित्सकीय मदद पहुंचाने की हो रही पहल

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया मरीजों को सुलभता पूर्वक जरूरी चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार जरूरी पहल की जा रही है। इसके लिये जल्द ही जिले में फाइलेरिया क्लिनिक स्थापित करने की योजना पर काम चल रहा है। रोग नियंत्रण संबंधी उपायों के तहत हर साल सर्वजन दवा सेवन अभियान, सघन जागरूकता अभियान संचालित किया जाता है। ताकि इस गंभीर बीमारी से लोगों की रक्षा की जा सके। रोग से बचाव के लिये उन्होंने अपने घर व आस-पास के माहौल को स्वच्छ व सुंदर बनाये रखने की अपील आम लोगों से की।

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