बिहार: संभावित बाढ़ को लेकर जिला पदाधिकारी श्री कुंदन कुमार द्वारा संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों की निगरानी एवं निरीक्षण तथा संबंधित क्षेत्र के लोगों से लगातार फीडबैक प्राप्त करते रहने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया

संभावित बाढ़ को लेकर जिला पदाधिकारी श्री कुंदन कुमार द्वारा संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों की निगरानी एवं निरीक्षण तथा संबंधित क्षेत्र के लोगों से लगातार फीडबैक प्राप्त करते रहने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया है।

साथ ही साथ यह भी निर्देश दिया गया है कि जहां से भी संभावित बाढ़ से प्रभावित लोगों की सूचना प्राप्त होती है। वहां बिना देर किए फल्ड फाइटिंग का कार्य (बाढ़ संघर्षात्मक कार्य) त्वरित कराना सुनिश्चित करेंगे।

जिलाधिकारी महोदय द्वारा संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों तथा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण करने के लिए आपदा प्रभारी,अनुमंडल पदाधिकारी बायसी एवं एसडीआरएफ की टीम का गठन किया गया है।

इसी कड़ी में आज जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में आपदा प्रभारी एवं संबंधित पदाधिकारी के साथ बैठक कर संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों एवं संवेदनशील तथा अति संवेदनशील स्थलों की अद्यतन जानकारी तथा बाढ़ संघर्षात्मक (फल्ड फाइटिंग कार्य) किए जा रहे कार्यों की गहन जानकारी ली गई ।

जिला पदाधिकारी कार्यालय वेश्म में आहूत बैठक के दौरान आपदा प्रभारी द्वारा बताया गया कि भवदीय के दिशा निर्देश के आलोक में टीम द्वारा बाढ़ से प्रभावित अंचल वायसी,अमौर एवं बैसा प्रखंड के कटाव स्थल का भौतिक निरीक्षण किया गया।

बायसी अंचल के अंतर्गत पानीसदीरा, चौपडा एवं सिमलीबाड़ी में नदी का पानी गांव के किनारे पहुंच गया है। लेकिन गांव में पानी प्रवेश नहीं किया है।

अमौर अंचल अंतर्गत लाल टोली रंगरैया में पुल का संपर्क पथ बारिश एवं पानी के बहाव के कारण टूट गया था। जिस पर टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही की गई और बाढ़ नियंत्रण तथा ग्रामीण कार्य विभाग के सहयोग से मरम्मती का कार्य शुरू करा दिया गया और आवागमन चालू करा दी गई है।

नदी के आसपास के घर जो कटाव के कगार पर हैं उनका टीम द्वारा जियो टैगिंग करा लिया गया है।

इसके बाद टीम द्वारा अमौर अंचल के गेरिया ग्राम में रसैली पुल का निरीक्षण किया गया।

वहां पाया गया कि परमान नदी पुल को छोड़कर अलग से उसका धार बह रहा है। प्रभावित गांव में बाढ़ निरोधात्मक कार्य किया गया।आगे कटाव से निपटने हेतु फल्ड फाइटिंग मैटेरियल स्थल पर रखा हुआ पाया गया।

मौके पर कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण को आवश्यकता अनुसार कार्य करने का निर्देश दिया गया है।

इसके बाद टीम बैसा अंचल के सिरसी ग्राम पहुंची जहां पर आरडब्ल्यूडी सड़क का महानंदा नदी से कटाव हो रहा था।

जहां पर कटाव निरोधात्मक कार्य शुरू करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं ग्रामीण कार्य विभाग को दिया गया तथा कार्य तुरंत शुरू कराया गया।

नदी के किनारे बसे घरों का जियो टैगिंग टीम द्वारा करा लिया गया है।

टीम द्वारा निरीक्षण के दौरान महानंदा नदी पर पिछले वर्ष हुए कटाव निरोधात्मक कार्य पर रेन कट देखी गई। जिसे मरम्मति हेतु कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण को निर्देश दिया गया।

इसके पश्चात टीम द्वारा मथुआ टोली का भौतिक निरीक्षण किया गया वहां नदी के सटे घरों का जिओ टैगिंग कराया गया।

इसके बाद टीम सिरसी बाढ़ स्थल पहुंची और वहां पर अंचलाधिकारी को बाढ़ प्रभावित पीड़ित परिवारों के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया गया।

आगे आपदा प्रभारी द्वारा बताया गया कि टीम द्वारा जांच के दौरान पाया गया कि सभी संवेदनशील कटाव स्थल के पास प्लॉट फाइटिंग मटेरियल (बाढ़ संघर्षात्मक पदार्थ) सैड बैग,इसी बैग आदि मैटेरियल स्थल पर सुलभ पाया गया।

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