वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र का किया भ्रमण, देसी गाय की गौशाला का किया अवलोकन। मुख्यमंत्री नायब सिंह ने किया हरियाणा प्रतिनिधि सभा के आर्य महासम्मेलन में, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने प्राकृतिक खेती को अपनाने की अपील की, दो दिवसीय आर्य प्रतिनिधि महासम्मेलन हुआ सम्पन्न।
कुरुक्षेत्र, 10 नवंबर : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के लिए युवा पीढ़ी को महर्षि दयानंद की शिक्षाओं को अपने जीवन में धारण करने की जरूरत है। इसके लिए युवा पीढ़ी को अच्छी शिक्षा व अच्छे संस्कार देने चाहिए। इस कार्य को गुरुकुल कुरुक्षेत्र के साथ साथ आर्य समाज की तरफ से चलाए जा रहे अन्य गुरुकुल संस्थाओं में बखूबी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार को गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्रांगण में आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा की तरफ से आयोजित आर्य महासम्मेलन के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र का भ्रमण किया और देसी गाय की गौशाला का अवलोकन भी किया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधिवत रूप से आर्य महासम्मेलन के समापन समारोह का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने आर्य समाज के प्रणेता महर्षि दयानंद के 200वें जयंती वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश का प्रगति व तरक्की तथा मानव कल्याण के लिए आर्य समाज के प्रतिनिधियों ने दो दिवसीय महासम्मेलन में गहन विचार-मंथन किया ताकि समाज को एक नई दिशा मिल सके। इसके लिए आर्य समाज के लोग बधाई के पात्र है।
उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद ने 1875 में आर्य समाज का गठन किया। इस समाज ने धर्म, समाज और राष्टï्र के लिए अभूतपूर्व कार्य किए। इस समाज ने सोते हुए देश को जगाकर देश और धर्म की रक्षा की। इतना ही नहीं वैदिक आदर्शों और संस्कृति के प्रति निष्ठा जागाई। इसके अलावा जातिवाद का अंत करने, सबको पढ़ने का अधिकार, स्त्री शिक्षा, विधवा विवाह, छुआछूत को समाप्त करने व गौ रक्षा आदि के लिए उल्लेखनीय कार्य किए है। उन्होंने कहा कि जब भारत परतंत्र था तब महर्षि दयानंद ने देश में स्वराज की मशाल जलाने का काम किया था। देश की आजादी के आंदोलन में आर्य समाज के महानुभाव स्वामी श्रद्धानंद , महात्मा हंसराज, लाला लाजपत राय, वीर सावरकर और राम प्रसाद बिस्मिल जैसे महान देशभक्तों की सूची है। अमर शहीद मदन लाल ढींगरा और शहीदे आजम भगत सिंह जैसे नौजवानों के जीवन पर आर्य समाज की गहरी छाप थी। इस कार्यक्रम में आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान उमेश शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, आर्य प्रतिनिधि हरियाणा के संरक्षक कन्हैया लाल आर्य, प्रधान देशबन्धू आर्य, गुरूकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग, निदेशक ब्रिगेडियर डा. प्रवीण कुमार, प्राचार्य सुबे प्रताप, भाजपा के जिला अध्यक्ष सुशील राणा, भाजपा नेता सुभाष कलसाना, डा. ऋषिपाल मथाना सहित अन्य पदाधिकारी और आर्य समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
युवाओं को सही दिशा का ज्ञान और संस्कार देने जरूरी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज युवाओं को सही दिशा का ज्ञान, अच्छे संस्कार अपने कर्तव्यों का बोध, सांस्कृतिक धरोहर और उत्तरदायित्व उठाने की जानकारी देना बहुत आवश्यक है। इन युवाओं के लिए आर्य समाज की शिक्षाएं एवं चिंतन बहुत जरूरी है। इस दिशा में आर्य प्रतिनिधि सभा रचनात्मक भूमिका निभा रही है।
आर्य समाज के गुरूकुलों में तैयार किए जा रहे है अच्छे नागरिक
मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्य समाज के गुरूकुलों का युवाओं को देश भक्त, कर्तव्य निष्ठï और संस्कारवान बनाने में बड़ा योगदान है। इस समाज ने वेदों को पढ़ने और उनके मूल्यों को धारण करने की राह दिखाई है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से दुनिया में भारत को पुन: मिला अमूल्य विरासत का सम्मान।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संगठन द्वारा हर वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। इससे दुनिया में भारत की इस अमूल्य विरासत को पुन: सम्मान मिला है। प्रदेश सरकार ने योग एवं व्यायामशाला का एक नया कार्यक्रम शुरू किया। इससे सभी गांवों और शहर की बस्तियों में योगशालाएं स्थापित करने की योजना है।
भारत आध्यात्मिक गुरू का अपना प्राचीन गौरव फिर से करेगा हासिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्य समाज के प्रगतिशील विचारों को आज फिर उसी संकल्प, निष्ठा और समर्पण के साथ गांव-गांव और गली-गली तक पहुंचाने की जरूरत है। इससे भारत आध्यात्मिक गुरु का अपना प्राचीन गौरव फिर से हासिल कर लेगा। इसी लक्ष्य को लेकर हरियाणा में शिक्षा के स्तर को उन्नत करने के लिए नए कदम उठाएं है।
गुरुकुलों व संस्कृत पाठशालाओं को दिया अनुदान।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गुरुकुलों व संस्कृत पाठशालाओं को अनुदान दिया है। पाठ्यक्रम में बदलाव करके गीता का सार तीसरी, चौथी व पांचवी कक्षा की हिन्दी विषय की पाठय पुस्तकों में शामिल किया गया है। इसी तरह स्वच्छता और योग को भी तीसरी, चौथी व पांचवी कक्षा की प्रवेश अध्ययन की पाठय पुस्तकों का हिस्सा बना दिया गया है। इतना ही नहीं नैतिक और मूल्य परक शिक्षा को कक्षा 1 से 5 तक की प्रवेश अध्ययन की पाठय पुस्तकों में शामिल किया गया है।
आर्य समाज के प्रतिनिधियों ने लिया पर्यावरण, जल संरक्षण, देसी गाय को बचाने व किसान को समृद्ध बनाने का संकल्प: राज्यपाल। आचार्य देवव्रत
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती शताब्दी मना रहा है। इस राष्ट्रव्यापी अभियान में आर्य समाज के प्रतिनिधि युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे है और महर्षि की दयानंद की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे है। आर्य समाज के प्रतिनिधि देश में पर्यावरण को बचाने, जल संरक्षण, देसी गाय का संरक्षण, किसानों को समृद्ध बनाने के लिए प्राकृतिक खेती को आंदोलन का स्वरूप देने का काम कर रहे है। इस दो दिवसीय सम्मेलन में आर्य समाज के प्रतिनिधियों से ना केवल अपील की गई अपितु संकल्प दिलवाया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने के लिए भारत को फिर से विश्व गुरु बनाना है इसके लिए देश के नागरिकों को अच्छी शिक्षा और संस्कार तथा देश की प्राचीन संस्कृति और धरोहर के प्रति आमजन को जागरूक करना है। उन्होंने गुरुकुल कुरुक्षेत्र की 200 एकड़ भूमि पर की जा रही है प्राकृतिक खेती और गुरुकुल कुरुक्षेत्र में विद्यार्थियों को दी जा रही अच्छी शिक्षा और संस्कारों पर विस्तृत प्रकाश डाला।