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जिले में 10 फरवरी को मनाया जाएगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
1 से 19 वर्ष तक के 8 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी पेट के कीड़े मारने की दवा
✍️ दिव्या बाजपेई
कन्नौज। जिले में 10 फरवरी से कृमि मुक्ति अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए तीन चरणों में एक साल से 19 साल की उम्र तक के 8 लाख बच्चे व किशोर- किशोरियों को पेट में कीड़े मारने की दवा खिलाई जाएगी। अभी तक जिले में एक दिन का अभियान चलाया जाता था, लेकिन अब इसे तीन चरणों में चलाने की योजना है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ शिक्षा , बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग और पंचायती राज समेत 11 विभागों की मदद ली जाएगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में मगंलवार को राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ ए के जाटव ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को दिए गए एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान कहीं l साथ ही दिशा निर्देश देते हुए कहा कि अभियान के दौरान शिथिलता न बरती जाए किसी भी बच्चे को कोई भी परेशानी होने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी जाए l स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से एक वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को दवा दी जाएगी जो आंगनवाड़ी केन्द्र पर पंजीकृत हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में छह से 19 वर्ष तक के किशोर- किशोरियों को दवा खिलाएगी। इसमें संबंधित स्कूल के शिक्षकों को भी जोड़ा जाएगा। डॉ जाटव ने बताया कि एल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खानी है। टीम दवा अपने सामने खिलाएगी। किसी भी बच्चे को बाद में खाने के लिए नहीं दी जाएगी। डॉ जाटव ने बताया कि अगर आपका बच्चा बीमार है या पहले से किसी बीमारी की दवा ले रहा है |बच्चे में खांसी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ आदि के लक्षण हैं तो उसे कृमि मुक्ति की दवा नहीं खिलानी है | । यदि बच्चे या परिवार के सदस्य को कोविड संक्रमण है तो क्वारंटीन अवधि समाप्त होने के बाद ही दवा खिलाई जाएगी। डॉ जाटव ने बताया कि अभियान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत एक से पांच वर्ष तक के बच्चों और छह से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बच्चों और घूमंतु व ईट भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा छह से 19 वर्ष तक के स्कूल जाने वाले बच्चों को शिक्षकों के माध्यम से और किशोर जुबेनाइल होम में प्रभारी अधीक्षक के माध्यम से पेट के कीड़े निकालने वाली दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि एक से दो वर्ष तक के बच्चों को 200 मिग्रा, यानि आधी गोली व दो से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को 400 मिग्रा, यानि पूरी गोली खिलाई जानी है। छोटे बच्चों को गोली पीसकर दी जानी है जबकि बड़े बच्चे इसे चबाकर खा सकेंगे।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जनपद सलाहकार रागिनी सचान ने बताया कि 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर जो बच्चे किसी कारणवश गोली खाने से वंचित रह जाएंगे, उन्हें 13 से 15 फरवरी तक मॉपअप राउंड आयोजित कर एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इस बार सभी 8 लाख बच्चों को दवा खिलाने का भरसक प्रयास किया जायेगा l रागिनी ने बताया कि कन्नौज शहर में 2,878 , कन्नौज ग्रामीण में 54,056, सीएचसी गुगरापुर में 18,487, जलालाबाद में 57,113, तालग्राम में 1,12,127, छीबरामऊ में 1,07,610, सौरिख में 87,554, हसेरन में 32,245 और उमरदा ब्लॉक के अंर्तगत 1,29,716 बच्चों को राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी l इस दौरान सभी ब्लॉक के प्रभारी चिकित्साधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम, एचईओ बाल विकास एवम पुष्टाहार विभाग से सीडीपीओ सहित अन्य लोग मौजूद रहे l