शाम की पाठशाला द्वारा पर्यवेक्षण गृह में चल रहे नाट्य संगीत कार्यशाला के प्रथम सत्र में शाम की पाठशाला के संस्थापक ई0 शशि रंजन कुमार ने चल रहे नाट्य संगीत कार्यशाला की समीक्षा की, जिसमे बच्चो से नाट्य संगीत कार्यशाला के अनुभव को जाना , बच्चे ने भी अपने अनुभव को बताते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमे स्कूल के समय मे भी मिलती तो हम किसी के बहकावे में नही आते और गलत काम नही करते, यह कार्यशाला हमारे जीवन को एक नया रूप देगा।हम अपने व्यक्तिगत रूप से अपने को मिले शिक्षा से बदलेंगे।
वही दूसरे सत्र में प्रशिक्षक के रूप में आये बॉलीवुड फ़िल्म अभिनेता एवं निर्माता रवि सुधा चौधरी बच्चो को एक्टिंग और फ़िल्म मेंकिंग विषय पर प्रशिक्षण देते हुये कहा कि यहां के बच्चों को फिल्म निर्माण एवं अभिनय के बारीकियों एवं अपनी जीवन शैली तथा भविष्य में अपने को बेहतर बनाने के मार्ग कैसे बदले। रवि सुधा चौधरी ने कई विभूतियों जैसे सुशांत सिंह राजपूत, मिल्खा सिंह और कई शख्सियत की जीवन की उपलब्धियों का उदाहरण देते हुए जीवन मार्ग पर चलने का सलीका बताया। उन्होंने जीवन में सफलता के मूलभूत तरीकों को उजागर किया और साथ ही साथ सारे बच्चों में एक सकारात्मक सोच की प्रेरणा भी जगाई, जिससे वह भविष्य में सही मार्ग चुन सकें और समाज में प्रसिद्धि पा सके। उन्होंने बच्चों में अपने परिवार, माता-पिता एवं समाज के मूल्यों को आदर करने की चेतना भी जगाई। किन-किन सिद्धांतों पर चलकर वह मानसिक रूप से सबल हो सके और जिंदगी में कैसे चुनौतियों एवं परिस्थितियों का सामना करें, इसे भी काफी विस्तार से उन्होंने समझाया। उन्होंने बच्चों में अपने माता-पिता का आदर एवं सम्मान करने की भावना को भी उत्प्रेरित किया।
अभिनेता श्री रवि की उपस्थिति एवं उत्साहवर्धक बातों से बच्चे काफी प्रभावित दिखे।
कार्यक्रम में अक्षय शर्मा, हॉउस फादर चंदन कुमार,कार्यालय कर्मी अशोक कुमार,गार्ड नवीन उपस्थित थे।