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सांसद नवीन जिंदल ने किया धरोहर का अवलोकन।
कुरुक्षेत्र, 1 जुलाई : कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल ने कहा कि नैक से मान्यता प्राप्त ए-प्लस-प्लस कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति का भी संरक्षण कर रहा है। किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा लोक संस्कृति का संरक्षण अपने आप में एक अनोखा प्रयास है। वे रविवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के धरोहर हरियाणा संग्रहालय के अवलोकन करने के बाद बोल रहे थे।
सांसद नवीन जिंदल ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय संस्कृति, शिक्षा व खेल के क्षेत्र में देश भर में सबसे अग्रणी है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय देशभर में पहला विश्वविद्यालय है जिसने कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को पूरे देश में लागू किया है। हरियाणवी संस्कृति के संरक्षण व उसे सहेजने के लिए विश्वविद्यालय कई वर्षो से प्रयास कर रहा है। धरोहर हरियाणा संग्रहालय के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति के दर्शन होते हैं।
धरोहर हरियाणा संग्रहालय के क्यूरेटर डॉ. गुरचरण सिंह ने सांसद नवीन जिंदल का धरोहर में आने पर स्वागत व आभार प्रकट करते हुए कहा कि हमें भारत और अन्य देशों के नागरिकों के लिए हरियाणा की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को सहेजने पर गर्व है। इस संग्रहालय को देश-विदेश से देखने हर साल 1.5 लाख से अधिक पर्यटक आते हैं और 41 से अधिक देशों के प्रतिनिधि संग्रहालय का दौरा कर चुके हैं।
इस मौके पर केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, अशोक रोशा, डॉ. रामचन्द्र, डॉ. कुलदीप आर्य मौजूद थे।