बिहार राज्य खुदरा उर्वरक बीज कीटनाशक बिक्रेता संघ के प्रदेश अध्यक्ष बने निरंजन कुशवाहा।
पूर्णिया संवाददाता
बिहार राज्य खुदरा उर्बरक बीज कीटनाशी बिक्रेता संघ की पूर्णिया इकाई की बैठक गुलाबबाग में हुई। कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दिप प्रव्जलन कर किया गया। वहीं मंच का संचालन प्रदेश के प्रधान महासचिव भरत कुमार भगत ने किया।
बैठक में संघ का पूर्णिया जिलाध्यक्ष का चुनाव होना था। जिसपर सभी विक्रेताओ ने चुनाव न कराकर किसी एक के नाम पर मनोनयन हेतु प्रदेश अध्यक्ष निरंजन कुशवाहा को अधिकृत किया।
कार्यक्रम में खुदरा विक्रेताओ ने अपनी समस्या से सभी साथी को अवगत कराया। बिक्रेताओं ने थोक बिक्रेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए है। विक्रेताओ ने कहा कि पहले थोक विक्रेताओ द्वारा 245 रु तक यूरिया खाद दे दिया जाता था, वही अब 260 रु में यूरिया मिल रहा है। फिर सिर्फ 6 रुपया के लिए कैसे धंधा करें? जबकि उन्हें अलग से जीएसटी, गोदाम भाड़ा, स्टॉफ खर्च लग रहा है। वही सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के विक्रेताओ का कहना था कि किसानों को 266 रु में यूरिया देना है, जबकि उन्हें 270 तक भाड़ा खर्च ही पर जाता है। ऊपर से अधिकारी 266 रु 50 पैसे मे बेचने को मजबूर कर रहे है, नहीं तो लाइसेंस रद्द कर देने की धमकी देते है। बैठक में सर्व सम्मति से 266 रु 50 पैसे पर ही खाद बेच की बात हुई, वही कमीशन बढ़ाने की सरकार से माँग की जाएगी।
वहीं कई दुकानदारों ने अधिकारियों पर क्रय विक्रय पंजी संधारण करने के नाम पर दोहन शोषण का आरोप भी लगाया है। विक्रेताओ का कहना था कि सरकार ने खाद बिक्री को पॉश मशीन के जरिये ऑनलाइन कर दिया है, जिसे देश के किसी भी कोने में बैठकर देखा जा सकता है कि दुकानदार ने कितने में खाद बेचा, किसे बेचा और कितना बचा हुआ है। जब सारा डेटा मौजूद है फिर भी रजिस्टार में उसी चीज को दुकानदार को लिखने पर मजबूर किया जाता है, नहीं करने पर कालाबाजारी के आरोप में केस करने की धमकी दी जाती है, जो किसी भी दॄष्टिकोण से उचित नही है।
प्रदेश अध्यक्ष निरंजन कुशवाहा ने बिक्रेताओं की सारी बातों से अवगत होते हुए इस बारे में जिला कृषि पदाधिकारी से मिलकर इसका हल निकालने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि किसान हित के साथ साथ बिक्रेताओं के हित का भी ख्याल रखा जायेगा। इन सारी समस्या से उच्च अधिकारियों को अवगत भी कराया जाएगा। वहीं उन्होंने समय समय पर सरकार के द्वारा और पदाधिकारियों के द्वारा निकाले गए पत्र को भी विरोधाभास पाया। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के पत्र के अनुसार एक किसान 50 बोरा तक खाद क्रय कर सकता है, वही संयुक्त निदेशक (शस्य) पूर्णियाँ प्रक्षेत्र ने सिर्फ 2 बोरा देने का ही फरमान जारी किया है। ऐसे में किसान को 2-2 बोरा करके कई दुकानों से खाद लेना पर रहा है।
इस मौके पर
भरत भगत, बमबम चौधरी, अमीन अख्तर, पवन चौधरी, वसीम अकरम, मोहम्मद कलाम, पिंकू यादव, आनंद मोदी ,मोहम्मद याकूब, योगेंद्र सिंह, मोहम्मद सज्जाद विजय मंडल, इरशाद खान, वीरेंद्र कुशवाहा ,हरेंद्र सिंह, मनी जी, सुधिष्ठिर जी सहित सभी प्रखंड अध्यक्ष के साथ विक्रेता मौजूद थे।