मनुष्य का कोई भी कर्म परमात्मा से छिपा नहीं : महंत जगन्नाथ पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर में हुआ पूजन एवं सत्संग।
कुरुक्षेत्र, 16 मार्च : मारकंडा नदी के तट पर श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में श्री मार्कण्डेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी सान्निध्य में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ सर्व कल्याण की भावना से चल रहे पूजन एवं अनुष्ठान का समापन हुआ। इस अवसर पर हवन यज्ञ में भी आहुतियां दी गई। पूजन के उपरांत महंत जगन्नाथ पुरी ने सत्संग में कहा कि मनुष्य इस धरती पर अन्य प्राणियों से अपने कार्य एवं गतिविधियां छिपा सकता है। लेकिन मनुष्य अपने किसी भी कर्म को परमात्मा से छिपा नहीं सकता है। मनुष्य के हर कर्म पर परमात्मा की नजर रहती है। उन्होंने कहाकि मनुष्य द्वारा किये गए हर कर्म का फल मनुष्य को अवश्य भोगना पड़ता है। मनुष्य के अच्छे कर्म ही उसे परमात्मा के निकट लाते हैं और दुष्कर्म परमात्मा से दूर करते हैं। महंत जगन्नाथ पुरी ने कहाकि मनुष्य का अपना शरीर भी उसका नहीं है। मनुष्य अपने शरीर के सौंदर्य पर कितना भी अभिमान कर ले लेकिन इस सुंदर शरीर का ही एक दिन त्याग करना पड़ता है। इसलिए हम अपने शरीर को संवारने की बजाय अपनी आत्मा को संवारें। सत्संग के समापन पर प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर यजमान कुलवंत अरोड़ा तथा उनकी धर्मपत्नी संध्या के अतिरिक्त स्वामी संतोषानंद, स्वामी मंगल दास, दीपक कुमार, सुरेंद्र सिंह, अनूप शर्मा, नाजर सिंह, सुखविंदर सिंह, प. रवि शर्मा, नेहा शर्मा, प्रियंका शर्मा व रजनी इत्यादि भी मौजूद थे।
महंत जगन्नाथ पुरी सत्संग करते हुए।