हल्द्वानी: केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा जल्द कैलास मानसरोवर यात्रा फोर व्हीलर से भी संभव हो सकेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लिपूलेख तक सड़क का निर्माण कार्य हो चुका है। शीघ्र ही सड़क में डामरीकरण पूरा हो जाएगा, जिसके लिए 60 करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत हो चुकी है। भट्ट रविवार को करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी में में आयोजित तीन दिवसीय शिवोत्सव कार्यक्रम के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।
इस दौरान उन्होंने बीआरओ अधिकारियों से वार्ता कर भारत-चीन सीमा सड़क निर्माण को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। सुबह करीब 9.45 बजे सेना के हेलीकॉप्टर से पहुंचे केंद्रीय रक्षाराज्य मंत्री भट्ट ने गुंजी को भगवान शिव और ऋषि वेद व्यास की तप स्थली बताया। उन्होंने कहा कि जल्द अमरनाथ की तर्ज पर आदि कैलास और ऊं पर्वत की यात्रा होगी। भविष्य में यह क्षेत्र देश में बॉर्डर टूरिज्म के रूप में सबसे बेहतर डेस्टिनेशन होगा।
रक्षा राज्य मंत्री भट्ट ने बीआरओ के अधिकारियों संग गुंजी से नाबि गांव का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से बात कर उनकी समस्याएं भी सुनीं। साथ ही हाथ से चलने वाली चक्की में स्थानीय राजमा की पिसाई भी की। ग्रामीणों ने उन्हें राजमा व जम्बू भी भेंट किया।