फिरोजपुर 27 अक्टूबर {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा स्थानीय फिरोजपुर आश्रम में सप्ताहिक सत्संग किया गया। जिसमें संगत को संबोधित करते हुए सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य साध्वी संदीप भारती जी ने बताया कि सांसारिक रिश्तो की खींचतान में व्यक्ति अपने आप को एक ऐसे चक्रव्यू में फंसा हुआ पाता है जिसमें उसको अभिमन्यु की तरह चक्रव्यू के भीतर जाना तो आता है परंतु बाहर निकलना नहीं। इसीलिए महापुरुषों ने उस ईश्वर के साथ प्रेम करने को कहा है जो स्थाई रुप से हमेशा हमारे साथ रहने वाला है। हमारे महापुरुषों ने भी कहा है कि हम अपना रिश्ता संसार की बजाए उस परमात्मा से जोड़ना चाहिए । एक भक्तों का अपने ईश्वर के साथ संबंध स्वार्थ रहित और निष्काम होता है। उसका मार्ग परमार्थ के लिए होता है जिसमें उसका भी कल्याण है और सबका भला भी। उसके प्रेम में काम, लोभ और अहंकार जैसी इच्छाएं नहीं जुड़ी होती इसीलिए वह मोह और नफरत से ऊंचा उठ कर प्रेम की गलियारों में घूमता है। वह पदार्थवादी इंसानों की तरह बंधन में नहीं बंधता बल्कि वह अपना सबंध ईश्वर के साथ ही जोड़ता है। इसीलिए उस ईश्वर के प्रेम को पाने के लिए हमें अपना संबंध केवल संत-सतगुरु से ही जोड़ना पड़ेगा । जिनकी शरण में आकर हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है। प्रोग्राम के दौरान साध्वी रमन भारती जी ने सु मधुर भजनों का गायन किया।