यूपी की इस तहसील में 100 दिन से नहीं तैनात हैं अफसर, फरियादी बेहाल
✍️संवाददाता प्रशांत कुमार त्रिवेदी
कन्नौज:जरा सोंचिए, कोई तहसील बिना अफसर के ही चल रही है। वह भी एक या दो दिन नहीं, बल्कि पूरे 100 दिन से। चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था और सरपट विकास का काम किस तरह अंजाम दिया जा रहा है, इसकी नजीर है कन्नौज जिले की तिर्वा तहसील।यहां 30 जून के बाद से एक अदद एसडीएम की तैनानी नहीं है। जाहिर है, बिना मुखिया के तहसील का काम प्रभावित हो रहा है।
कन्नौज जिले में तीन तहसील हैं। सदर के अलावा छिबरामऊ और तिर्वा। कन्नौज के नया जिला बनने के बाद वजूद में आई इस तहसील में पिछले तीन महीने से ज्यादा समय से अफसर न होने का खामियाजा क्षेत्र के बाशिंदों को उठाना पड़ रहा है।भले ही प्रशासन ने विकल्प के तौर पर काम को इधर-उधर बांट दिया है, लेकिन एसडीएम का न होना खुद जिला प्रशासन को भी अखर रहा है। न तो तहसील दिवस में एसडीएम की गैर मौजूदगी में शिकायतों का निस्तारण समय से हो पा रहा है, न ही वहां आने वाले फरियादियों की शिकायतों पर गंभीरता दिखाई जा रही है। एक अदद तहसीलदार अनिल सरोज के ही जिम्मे तहसील का पूरा काम है।
यहां से रिटायर हुए तत्कालीन एसडीएम, तब से कोई तैनाती नहीं
तिर्वा में तैनात रहे एसडीम जयकरन इसी साल 30 जून को रिटायर हो गए। तहसील में हुए उन्हें विदाई दी गई। लेकिन उसके बाद से यहां किसी नए एसडीएम की तैनाती नहीं की गई है। ज्यादा समय बीता तो सदर एसडीएम गौरव शुक्ला को ही वहां का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया। वह अपने दफ्तर में ही बैठकर वहां के जरूरी दस्तावेज देखते हैं।
फरियादी आते हैं, मायूस लौट जाते हैं
तिर्वा तहसील में दो ब्लॉक उमर्दा और हसेरन हैं। उमर्दा में 90 ग्राम सभा हैं और हसेरन में 36 ग्राम सभा हैं। इसके अलावा तीन थाना है, इसमें तिर्वा कोतवाली के अलावा इन्दरगढ़ और ठठिया थाना है। इन सभी जगह के फरियादी अपनी परेशानी लेकर तहसील पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें मायूसी मिलती है।
अधिवक्ताओं ने खूब उठाई आवाज, कोई सुनवाई नहीं
तहसील में एसडीएम के न होने से न सिर्फ आम आदमी को परेशानी हो रही है, बल्कि क्षेत्र के कई कानूनी मामलों की सुनवाई नहीं हो पा रही है। उसका खामियाजा भी क्षेत्र के बाशिंदों को ही भुगतना पड़ रहा है। इसे लेकर कई बार तहसील के अधिवक्ताओं ने आवाज उठाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
दो ब्लॉक, तीन थाना, 126 गांव
- 01 नगर पंचायत: तिर्वा नगर पंचायत
- 02 ब्लॉक: उमर्दा और हसेरन
- 03 थाना: तिर्वा, ठठिया और इन्दरगढ़ थाना
- 126 ग्राम सभाएं हैं तहसील क्षेत्र में
- पांच लाख 37 हजार 422 है तहसील की आबादी
डीएम बोले, शासन तक पहुंचाई है बात
कन्नौज के डीएम राकेश मिश्र का कहना है कि तिर्वा तहसील में एसडीएम के न होने से परेशानी स्वाभाविक है। इसे लेकर शासन से वार्ता चल रही है