गरीबों के हितैषी, राजनेता, कर्मयोगी, धार्मिक एवं लौह पुरुष थे ओम प्रकाश जिंदल : राजेश सिंगला।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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देश के विख्यात उद्योगपति, कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद एवं हरियाणा के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश जिंदल की स्मृति कुरुक्षेत्र के लोगों के लिए हमेशा रहेगी : राजेश सिंगला।
ओम प्रकाश जिंदल कुरुक्षेत्र आए तो धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के ही बन कर रह गए : राजेश सिंगला।
कुरुक्षेत्र, 31 मार्च : अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा, महाराजा अग्रसेन शिक्षा सम्मान योजना, अग्रोहा धाम वैश्य समाज एवं हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के द्वारा कुरुक्षेत्र में पूर्व सांसद एवं हरियाणा के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश जिंदल की याद में स्मृति कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में ओम प्रकाश जिंदल के धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के साथ संबंधों को याद किया गया। इस अवसर पर विनय गुप्ता, जंग बहादुर सिंगला, अशोक गर्ग, संजीव गर्ग, कपिल मित्तल, मुनीष मित्तल, विजय गर्ग, अशोक गुप्ता, जवाहर गोयल, अजय गुप्ता, योगेश गर्ग, सुरेंद्र नागवान, विपिन अग्रवाल व सौरभ चौधरी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा के प्रदेश महासचिव राजेश सिंगला ने कहा कि कुरुक्षेत्र के लोगों के लिए पूर्व सांसद एवं उद्योगपति नवीन जिंदल के पिता देश के विख्यात उद्योगपति, कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद एवं हरियाणा के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश जिंदल की स्मृति हमेशा बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि ओम प्रकाश जिंदल को कुरुक्षेत्र के लोगों से प्यार भी बहुत था। कुरुक्षेत्र के लोगों के लिए विकास पुरुष एवं फ़रिश्ते से कम नहीं थे। ओम प्रकाश जिंदल का दिल बच्चों सा था और वे सरल, निराभिमानी, निष्कपट एवं सामाजिक व्यक्तित्व थे।
राजेश सिंगला ने ओम प्रकाश जिंदल के कुरुक्षेत्र आने फिर यहीं का होकर रहने के घटनाक्रम के बारे में बताया कि सितम्बर 1994 में कुरुक्षेत्र के मोहन नगर में चौक पर महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा लगाई थी और बड़े नेताओं से लोकार्पण की बात चल रही थी। हालांकि तत्कालीन मुख्यमंत्री की स्वीकृति की भी बात आई। राजेश सिंगला ने बताया कि लेकिन समाज के लोग ओम प्रकाश जिंदल से चौक का लोकार्पण करवाने की स्वीकृति ले चुके थे। ओम प्रकाश जिंदल ने ही चौक का उद्घाटन किया। मौके पर समाज के लोगों का उत्साह और युवाओं का जोश देखकर उन्होंने कुरुक्षेत्र को ही अपना कर्मक्षेत्र बनाने का निर्णय लिया। सिंगला ने बताया कि कुरुक्षेत्र के सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में कुरुक्षेत्र की जनता की सेवा की शपथ ली। कुरुक्षेत्र में ही जिंदल हॉउस स्थापित कर लोकसभा चुनाव लड़ा व हमेशा कुरुक्षेत्र के लोगों की सेवा करते रहे। ऐसे में कुरुक्षेत्र के लोग कभी उन्हें भुला नहीं सकते हैं।
महाराजा अग्रसेन शिक्षा सम्मान योजना (मैसी) के प्रधान विनय गुप्ता ने कहा कि किसान से सफल उद्योगपति, सुप्रसिद्ध समाजसेवी व कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में स्व. ओम प्रकाश जिंदल ने जीवन की प्रत्येक कसौटी पर खरा उतर कर कर्मयोगी-सा जीवन बिताया। उन्होंने कठिन परिश्रम, निष्ठा और सच्चाई से प्रत्येक कार्य को उत्कृष्ठा से कर अपने स्वप्नों को साकार कर दिखाया। उनका जीवन समाज का प्रेरणा स्त्रोत बन, आने वाली पीढ़ियों का सदैव मार्गदर्शन करता रहेगा।
विनय गुप्ता ने कहा कि प्रदेश के पूर्व मंत्री स्व. ओमप्रकाश जिंदल की आज ही के दिन 31 मार्च 2005 को हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया था। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी बंसीलाल के बेटे चौधरी सुरेंद्र सिंह भी थे। वह भी हादसे में मारे गए थे। गुप्ता ने कहा कि 1991 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश जिंदल ने कांग्रेस के टिकट पर पहला चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल से मतभेद होने के चलते 1996 में जिंदल ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। इसके बाद बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर जिंदल कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए। 2000 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश जिंदल फिर कांग्रेस में शामिल हो गए। जिंदल को कांग्रेस ने हिसार सीट से उम्मीदवार बनाया और वह जीत हासिल करने में कामयाब रहे। 2005 के विधानसभा चुनाव में भी जिंदल हिसार सीट से जीत हासिल करने में कामयाब हुए।
कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद एवं हरियाणा के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश जिंदल की फाइल फोटो।