पेंशन वृद्धि की फाइल पर 11 हजार रुपये से बढ़ा 15 हजार रुपए प्रति माह सी एम मनोहर लाल ने खुद अपनी कलम से किया : उमाशंकर

पेंशन वृद्धि की फाइल पर 11 हजार रुपये से बढ़ा 15 हजार रुपए प्रति माह सी एम मनोहर लाल ने खुद अपनी कलम से किया : उमाशंकर।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

चंडीगढ़ : हरियाणा के पत्रकारों को कैश लेस हैल्थ सुविधा जल्दी मिले व डिजिटल की पत्रकारिता में लगे लोगों को मान्यता देने के नियमो का सरलीकरण किया जाए। इन मांगो को लेकर मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजिस्टर्ड) का एक प्रतिनिमण्डल हरियाणा सरकार के प्रधान सचिव व लोक संपर्क विभाग के ए सी एस वी उमाशंकर से चंडीगढ़ में उनके मुख्यालय में एम डब्ल्यु बी के अध्यक्ष चन्द्र शेखर धरणी के नेतृत्व में मिला।इस अवसर पर डेलिगेशन ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उनका सेवानिवृत्त पत्रकारों की पेंशन बढ़ाने व डिजिटल पॉलिसी लाने पर धन्यवाद किया।डेलिगेशन में विनोद लाहोट, सुरेंद्र मैहता, नरेश उप्पल, तरूण कपूर, भुवनेश झंडई, सुनील सरदाना, मदन बरेजा, दीपक मिगलानी, पवन चोपडा समेत कई पत्रकार मौजूद रहे।
हरियाणा सरकार के प्रधान सचिव व लोक संपर्क विभाग के ए सी एस वी उमाशंकर ने बताता पेंशन वृद्धि की फाइल 11 हजार रुपये की बना मुख्यमंत्री के समक्ष रखी गई थी।जिसे 15 हजार रुपए प्रति माह मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुद अपनी कलम से किया।उन्होंने बताया कि पत्रकारों को जल्दी मेडीकल कैशलेस सुविधा दी जाए,इस पर अध्ययन चल रहा है। पत्रकारों को ज़्यादा से ज्यादा सुविधाओं को देने की सरकार पक्षधर है।
संस्था के महासचिव सुरेंद्र मेहता ने बताया कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन (रजिस्टर्ड) को पंचकूला में एक कनाल का प्लाट मुख्यालय बनाने तथा प्रेस क्लब चंडीगढ़ की तर्ज पर व्यवस्था रखने के लिए सस्ते दामों पर मुहैया करवाया जाए।सीएम साहिब से भी इस बारे अनुरोध किया गया है।
सुरेंद्र मेहता ने बताया कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन हरियाणा के सीएम मनोहर लाल की आभारी है जिन्होंने हरियाणा में पत्रकारों के लिए पेंशन स्कीम में व्रिधी कर 15 हजार कियातथा कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं व उनमें वृद्धि की भी घोषणा संस्था की मांग पर की है।। सुरेंद्र मेहता ने कहा कि पत्रकारों को पेंशन की व्यवस्था 60 वर्ष के बाद मिलती है। इस नियम में बदलाव कर पेंशन आयु 58 साल निर्धारित की जाए। पत्रकारों के लिए सस्ते दामों पर आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। प्रजातंत्र के तीन स्तंभ को टोल फ्री है। चौथे स्तंभ मीडिया को भी टोल फ्री सुविधा उपलब्ध कराई जाए।मीडिया के लिए मुफ्त मेडिकल सुविधा पूरे हरियाणा में की जाए। हरियाणा सरकार के द्वारा डिजिटल मीडिया के लिए बनाए गए नियमों मेें मान्यता प्रदान करने की व्यवस्था को सरल किया जाए। तथा पड़ोसी राज्य पंजाब व अन्य राज्यों की तर्ज पर संशोधन किया जाए। किसी भी वेब मीडिया का मुख्यालय चाहे हरियाणा से बाहर हो, उन्हें भी मान्यता प्रदान की जाए।हरियाणा प्रेस मान्यता कमेटी तथा प्रेस रिलेशन कमेटी का पुर्न गठन किया जाए तथा मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के दो दो सदस्यों को उसमें शामिल किया जाए।
हर दुख- संकट में साथ खड़ी रहने वाली संस्था है एम डब्ल्यू बी एसोसिएशन के अध्यक्ष चन्द्र शेखर धरणी ने बताया कि एसोसिएशन समय-समय पर मृत्यु दुर्घटना बीमा और टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी के लाभ पत्रकारों को देती रही है। प्रदेशभर में लगभग 372 पत्रकारों के इंश्योरेंस यह संस्था करवा चुकी है। मीडिया वेल बीइंग एसोसिएशन केवल प्रदेश भर तक सीमित नहीं है बल्कि कई राज्यों के अंदर संस्था लगातार विस्तार कर रही है और जोकि आज कई हजार सदस्यों वाली मजबूत संस्था है। अब तक जहां सभी संस्थाएं बीमा पॉलिसी के नाम पर कुछ ना कुछ शुल्क पत्रकारों से अवश्य लेती थी। लेकिन एमडब्ल्यूबी पहली ऐसी संस्था है जो किसी भी पत्रकार से किसी भी तरह के इंश्योरेंस की एवज में कोई शुल्क प्राप्त नहीं करती है तथा लगातार पत्रकारों पर किसी भी प्रकार की समस्या दुख संकट आने पर संस्था उनके साथ खड़ी नजर आई है। पत्रकारों को हर स्तर पर रिलीफ देने और दिलवाने का कार्य संस्था कर रही है।
पत्रकारों की आर्थिक सहायता करने में संस्था रही है अग्रिम।
धरणी के अनुसार संस्था द्वारा पानीपत के एक युवा पत्रकार देवेंद्र शर्मा की मृत्यु उपरांत उनके परिजनों की आर्थिक मदद भी दी गई। इससे पहले भी संस्था यमुनानगर -अंबाला तथा अन्य कई पत्रकारों के अस्पताल में उपचाराधीन दौरान आर्थिक मदद करने में अग्रणीय रही है। जब जब संस्था को किसी भी प्रकार की दिक्कत या आपदा दौरान पत्रकार की मदद हेतु महसूस हुआ, संस्था अपने निजी कोष से भी पत्रकारों की मदद हेतु खड़ी नजर आई है।

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