फिरोजपुर 14 मार्च {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से गांव बेटू कदीम फिरोजपुर में एक दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी संदीप भारती जी ने अपने विचारों के माध्यम से बताते हुए कहा की प्रभु के भी चरणों में अपनी भावनाओं को अंजलि को समर्पित करना ही भाव अंजलि है। यही प्रेम वह भावों का महादान है जो प्रभु के रिझाने में पूर्ण रूपेण सार्थक सिद्ध होता है । आज विडंबना का विषय यह है कि मानव का जीवन प्रभु के बिना एक ऐसा रेगिस्तान है जहां भावों की सरिता का वाहन संसार की ओर बढ़ रहा है । पर अपनी इन भावनाओं को परमात्मा के साथ जोड़ने के लिए हमें भक्ति से जुड़ना होगा ।प्रभु भक्ति को एक पूर्ण सद्गुरु ही एक इंसान के भीतर ब्रह्म ज्ञान के माध्यम से प्रकट कर सकता है। साध्वी जी ने बताया कि इस संसार को सुंदर स्वस्थ बनाने के लिए हमें अपनी पुरातन संस्कृति के साथ जुड़ना पड़ेगा ।उन्होंने कहा कि एक सुसंस्कृति समाज के लिए आवश्यकता है कि मानव अपने जीवन में सुसंस्कारों और सुसंस्कृति को लाए मनुष्य को अगर अपने तनाव को दूर करना है तो उसे अपने जीवन के आधार अध्यात्म के साथ जुड़ना होगा और अंत में साध्वी दविंदर भारती जी के द्वारा समधुर भजनों का गायन किया गया।