हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र :- साईबर अपराधी लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए हर रोज नये नये तरीके अपना रहें हैं । जैसे-जैसे लोग डिजिटल हो रहे हैं वैसे-वैसे साईबर अपराधी अपराध करने के नये-नये तरीके अपना रहे हैं । हर रोज कोई न कोई व्यक्ति इन ठगों के चंगुल में फंस जाता है। ऑनलाईन ठगी का शिकार होने से बचने के लिए जागरुक रहना अति आवश्यक है। जागरूकता और सावधानी आपका पैसा बचा सकती है । जिला पुलिस द्वारा आमजन को साईबर अपराधों से बचने के लिए जागरुक लिया जा रहा है।
यह जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र श्री कर्ण गोयल ने दी ।
जानकारी देते हुए श्री कर्ण गोयल ने बताया कि ऐसा ही एक मामला दिनांक 10 दिसम्बर 2021 को थाना केयूके के अन्तर्गत रहने वाली एक महिला ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि दिनांक 08 दिसम्बर 2021 को उसके पास एक मैसेज आया कि आपकी वोडाफोन की सिम ब्लॉक कर दी जाएगी । उस मैसेज में दिये गये नम्बर 8926076584 पर काल करने पर उसने क्वीक स्पोर्ट एप्प डाउनलोड करवाई और गुगल पर केवाईसी क्यूब डोट इन टाईप करवा कर उसकी डेबिट कार्ड की डिटेल भरवाई । उसके कुछ देर बाद उसके पास मैसेज आया कि आपके खाते से 49999/- रुपये कट गये हैं। इस प्रकार वह धोखाधडी का शिकार हो गई । जिसकी शिकायत पर थाना केयूके में मामला दर्ज करके जांच की जा रही है।
कुरुक्षेत्र पुलिस द्बारा साईबर अपराधो से बचनें हेतु कम्पयूटर व अन्य डिवाईस को हैकर से बचानें हेतु सोशल मिडिया अकाऊण्ट व बैक अकाऊण्ट को सुरक्षित रखनें बारें आपको समय समय पर जागरुक किया जा रहा है और इस तरह का अभियान आगे भी जारी रहेगा। अगर आपके साथ किसी भी प्रकार का साईबर अपराध हो जाता है या आप किसी ऑनलाईन ठगी का शिकार हो जाते हैं तो इसकी शिकायत नेशनल साईबर क्राईम पोर्टल https//www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करवायें या नजदीक पुलिस चौकी या पुलिस स्टेशन पर अपनी शिकायत दर्ज करवायें ।
बचाव के लिए सुझाव।
इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र डॉ. अंशु सिंगला ने बताया कि एटीएम पिन हमेशा स्वयं अंकित करें एवं यह सुनिश्चित करें कि कोई इसे देख नहीं सके, अपने बैंक खाते से सम्बंधित जानकारी किसी को ना दें, एटीएम पिन को हमेशा बदलते रहें एवं ऐसा पिन ना रखे जो आसानी से अनुमान लगाया जा सके, यह सुनिश्चित कर लें कि बैंकिंग लेनदेन से संबंधित विवरण आपको मैसेज के माध्यम से भी प्राप्त हो, नेट बैंकिंग का प्रयोग करते समय सावधानी रखें। किसी भी तरह के ऑफर और लालच में नहीं आएं। किसी भी लिंक को ओपन न करें। फ्रॉड लिंक के जरिए पूरा मोबाइल हैक किया जा सकता है, जिससे पूरा डाटा आसानी से चोरी हो सकता है। किसी भी अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में न आएं और अच्छी तरह जांच पड़ताल करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें । इसके अलावा मोबाइल पर आए किसी भी लिंक को ओपन न करें। फेसबुक, ट्विटर और किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रोफाइल आईडी का पासवर्ड काफी स्ट्रांग रखें, सरल पासवर्ड न रखें । सोशल मीडिया पर अगर किसी परिचित का मैसेज आता है और वह आपसे रुपयों की मांग करता है, तो पहले उसे अच्छी तरह से जांच लें या मैसेज करने वाले से फोन पर संपर्क करें। उसके बाद ही किसी भी खाते में राशि ट्रांसफर करें । बैंक कर्मचारी कभी भी फोन पर बैंक डिटेल्स नहीं मांगते हैं।
अगर आपके पास किसी तरह की काल आती है और सामने वाला व्यक्ति अपने आप को बैंक कर्मचारी बताकर आपसे आपकी निजी जानकारी, ओटीपी या केवाईसी करने के बारे में बोलकर आपसे कोई जानकारी मांगता है तो उस व्यक्ति को कोई भी जानकारी देने से बचें। जागरुकता में ही बचाव है।
साईबर ठगी के नए तरीकों से बचने के लिए पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र डॉ. अंशु सिंगला ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि साईबर ठग आपके पास कॉल करके आपके किसी जानकार का नाम बताकर या बैंक अधिकारी बताकर अपनी बातों में फंसाकर आपकी निजी जानकारी हासिल कर लेते हैं। साईबर ठग आपके पास लिंक भेजकर या ओटीपी पूछकर आपको धोखाधडी का शिकार बना सकते हैं। पुलिस की ओर से आमजन से अपील की गई है, कि आप अपनी निजी जानकारी किसी भी अंजान व्यक्ति से सांझा न करें।